शोषण : वोल्टास मज़दूर 20 माह से बाहर, उसकी वेंडर शांति रेफ्रीजरेशन में मजदूरों को वेतन नहीं

6 माह से वेतन ना मिलने से शांति रेफ्रीजरेशन मज़दूर आंदोलित

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। 6 माह से बकाया वेतन दिलाने की मांग को लेकर वोल्टास की वेंडर कंपनी शांति रेफ्रिजरेशन के महिला-पुरुष मजदूरों ने शनिवार को श्रम भवन पर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। जबकि वोल्टास के मज़दूर बीते 21 माह से कार्यबहाली के लिए संघर्षरत हैं।

शांति रेफ्रिजरेशन के मज़दूरों का कहना है कि उन्हें 6 माह से वेतन नहीं दिया गया है। इससे उनके सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। जिसकी जानकारी प्रबंधकों को है, लेकिन उनकी मनमानी जारी है। मजदूरों का कहना है कि वर्तमान में वोल्टास का ज्यादातर काम हमारी कंपनी के पास है इसके बावजूद शोषण जारी है।

वेतन न मिलने से मज़दूरों के सामने विकट संकट पैदा हो गया है। मजदूरों ने वेतन की मांग को लेकर बीते शुक्रवार को कंपनी गेट पर भी प्रदर्शन किया था। फिर न्याय की आवाज लेकर उन्होंने श्रम भवन पर प्रदर्शन किया। श्रमिकों का कहना है कि वह कंपनी की स्थाई मज़दूर हैं। मज़दूरों ने चेतावनी दी कि अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

दरअसल टाटा ग्रुप की प्रतिष्ठित कंपनी वोल्टास के पंतनगर प्लांट में वोल्टास के लिए रेफ्रिजरेशन निर्माण का काम होता है। वोल्टास प्रबंधन लगातार मज़दूरों का शोषण करता रहा है। माँग पत्र पर समाधान की जगह यूनियन अध्यक्ष, महामंत्री सहित 9 मजदूरों को प्रबंधन बाहर कर रखा है और वे बीते 21 माह से संघर्षरत हैं।

वोल्टास अपना मुख्य काम शांति रेफ्रिजरेशन के माध्यम से ही कराता है। अभी वोल्टास का ज्यादातर काम शांति में हो रहा है। और इस दौरान मज़दूरों का भयानक शोषण के साथ वेतन न देने तक का मामला सामने आया है, जिसके खिलाफ मज़दूर आंदोलित हैं।

प्रदर्शन करने वालों में अनुराग, दीपक, नासिर, द्रोपदी, किरण, हीरा यादव, देवेंद्र, मुकेश, राम आधार, गोलू, जसवंत, महेश चंद्र, जीवन, राम नवल यादव, विजेंद्र सिंह, मनीष शर्मा सहित दर्जनों मज़दूर उपस्थित थे।

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