संघर्षरत हैं शिवम ऑटोटेक गुडगाँव के मज़दूर

गैरकानूनी गेटबंदी सहित विभिन्न माँगों को लेकर गुडगाँव सचिवालय पर धरना जारी
गुडगाँव। भयानक ठण्ड के बीच शिवम ऑटोटेक बिनौला के मज़दूरों का आन्दोलन जारी है। मज़दूर विगत 12 दिसंबर से लगातार जिला सचिवालय, गुड़गांव पर धरने पर बैठे हैं। अपनी यूनियन को बचाने, नेतृत्वकारी श्रमिकों के तबादले को रद्द कराने, तय समझौता को लागू करवाने, आदि माँगों को लेकर उनका संघर्ष चल रहा है।
शिवम ऑटोटेक के जुझारू मज़दूर पिछले लंबे समय से कारखाना प्रबंधन की मनमर्ज़ी के खिलाफ अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। तीन माह पूर्व शिवम के मज़दूर 42 श्रमिकों के निलंबन व तबादले के खिलाफ तथा अपने माँग पत्र के समाधान के लिए आंदोलित थे। तब वे कारखाना परिसर के पास तंबू लगाकर धरने पर बैठे थे।
उस वक़्त मज़दूरों की एकजुटता के दबाव में कारखाना प्रबंधन को 42 श्रमिकों को दोबारा काम पर लेना पड़ा था। लेकिन प्रबंधन अन्य समझौतों को लागू करने में आनाकानी करने लगा। इसके विपरीत प्रबंधन यूनियन को कमजोर करने और तोड़ने के हथकंडे अपनाने लगा। प्रतिशोधवश कंपनी ने यूनियन नेतृत्व समेत 15 श्रमिकों का अन्य प्लांटों में तबादला के नाम पर गेट बंद कर दिया। इससे मज़दूरों में आक्रोश और बढ़ गया।
मज़दूरों ने फिर से संघर्ष की राह पकड़ी है। संघर्ष की इस कड़ी में 15 मज़दूर जिला सचिवालय पर सुबह से शाम तक धरने पर बैठते हैं। उनके समर्थन में अन्य श्रमिक कारखाने में अपनी शिफ्ट का काम निपटा कर बारी-बारी से धरना स्थल पर उपस्थित होते रहते हैं और अपने संघर्ष को गति दे रहे हैं।
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