कविता

कविताएँ : बीते साल के दर्द के बीच “उम्मीद अभी ज़िंदा है!”

नए साल की शुभकामनाएँ! / सर्वेश्वर दयाल सक्सेना नए साल की शुभकामनाएँ! खेतों की मेड़ों...

बीतते साल के अंत में : सोचने के लिए कुछ कविताएँ !

हिमांशु कुमार की दो कविताएं 1. कुछ लोग मारे गए क्योंकि उनकी दाढ़ियां लंबी थीं...

इस सप्ताह : अशफ़ाक़-बिस्मिल की साँझी विरासत को याद करते हुए !

उरूजे कामयाबी पर कभी हिन्दोस्ताँ होगा / अशफ़ाक़उल्ला ख़ां उरूजे कामयाबी पर कभी हिन्दोस्ताँ होगा।...

इस सप्ताह : मंगलेश डबराल को याद करते हुए !

अपनी तस्वीर / मंगलेश डबराल यह एक तस्वीर है जिसमें थोड़ा-सा साहस झलकता है और...

सप्ताह की कविताएँ : संघर्षरत किसानों के नाम !

किसान / प्रबोध सिन्हा तुम क्या जानो कि किसान क्या है तुम कैसे जानोगे क्योंकि...

इस सप्ताह : किसानों की जीवटता को समर्पित कविताएँ !

किसान / मैथलीशरण गुप्त हेमन्त में बहुदा घनों से पूर्ण रहता व्योम है पावस निशाओं...

अपनी केवल धार : इस सप्ताह अरुण कमल की कविताएँ !

धार / अरुण कमल कौन बचा है जिसके आगे इन हाथों को नहीं पसारा यह...

इस सप्ताह : अदम गोंडवी की पांच रचनाएँ !

तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है / अदम गोंडवी तुम्हारी फाइलों में गाँव...

भूली-बिसरी ख़बरे