पंतनगर: वीएचबी मेडिसाइंसेज फैक्ट्री मज़दूर आंदोलित; न्यूनतम वेतन देने की माँग

श्रम कानूनों की अनदेखी का आरोप। न तो सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन मिलता, न ही पूरे माह की ड्यूटी मिलती। महज 15 दिन काम के बाद मिलते वेतन में खर्च चलाना भी मुश्किल है।
रुद्रपुर (उत्तराखंड)। सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन देने, श्रम कानूनों को लागू करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर सिडकुल सेक्टर 5 स्थित वीएचबी मेडिसाइंसेज लिमिटेड फैक्ट्री के मज़दूर आंदोलित हो गए। उन्होंने बुधवार को फैक्ट्री गेट के समक्ष प्रदर्शन कर धरना दिया।
फैक्ट्री के ठेका मज़दूरों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें निर्धारित मानकों के अनुसार वेतन और सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन 10900 रुपये भी नहीं दिया जा रहा है, पीएफ 10900 के हिसाब से काटा जा रहा है, लेकिन उन्हें आठ घंटे के सिर्फ 8700 रुपये दिये जा रहे हैं।
मज़दूरों ने प्रबंधन पर श्रम कानूनों की अनदेखी का आरोप भी लगाया। कहा कि पूरे माह की ड्यूटी भी नहीं मिलती। महीने में महज 15 दिन काम मिलता है। ऐसे में इतने कम वेतन में खर्च चलाना भी मुश्किल है।
आंदोलित मज़दूरों ने वेतन बढ़ाए जाने व जरूरी सुविधाएं देने सहित अन्य मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया।
धरना-प्रदर्शन करने वालों में मनीष, संजय, कमल, राजवीर, श्याम, अंकित रमेश, सोनू, ममता, सुजीत, कमला, नेहा, प्रीति, कल्पना, सुनील, नरेन्द्र, राहुल, राजेश, ललित, मोनू आदि सैकड़ों मज़दूर शामिल रहे।
इस बीच मज़दूरों के इस स्वतःस्फूर्त आंदोलन से घबड़ाये प्रबंधन ने कहा कि श्रमिकों की मांगों को लेकर वार्ता चल रही है जल्द ही इस पर निर्णय लिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा 25 फीसदी वेतन वृद्धि के बाद अकुशल श्रमिक के लिए वर्तमान में पीएफ व ईएसआई जोड़कर 12381 रुपए निर्धारित हुआ है। लेकिन ज्यादातर फैक्ट्रियाँ पुराना न्यूनतम वेतन भी नहीं दे रही हैं। इससे मज़दूरों में आक्रोश बढ़त जा रहा है और मज़दूरों के स्वतःस्फूर्त आंदोलन जगह-जगह फूट रहे हैं।