श्रमजीवी महिला

कोलकाता में संपन्न हुआ श्रमजीवी नारीमंच का पहला सम्मलेन

सम्मानजनक रोज़गार, काम के क्षेत्र में समान अधिकार, हिंसा से मुक्ति, राजनैतिक-पारिवारिक और कार्य क्षेत्रों में अभिव्यक्ति की आज़ादी, समाज...

8 मार्च क्यों बना महत्वपूर्ण दिवस?

अंतरराष्ट्रीय श्रमजीवी महिला दिवस :  विरासत व प्रासंगिकता अंतरराष्ट्रीय श्रमजीवी महिला दिवस की कहानी 100 साल से भी ज्यादा पुरानी...

क्या है जनता के पैसों का उचित इस्तेमाल?

महिलाओं को मुफ़्त यातायात की नीति पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा उठाये गए सवाल पर कुछ प्रश्न जून महीने की शुरुवात...

महिला श्रमिक और क़ानून

आम महिला कामगार आज भी सामाजिक सुरक्षा, समान पारिश्रमिक, अवकाश, मातृत्व सुविधा लाभ, विधवा गुजारा भत्ता और कानूनी सहायता आदि...

#MeToo आंदोलन ने दिखाया समाज में यौन हिंसा को आइना

...पर कैसे बदलेगी यह तस्वीर? हमारे समाज में यौन हिंसा की घटनाएँ मुख्यतः या तो ख़ामोश गुमनामी में जीतीं हैं,...

भूली-बिसरी ख़बरे