महाराष्ट्र: रासायनिक फैक्ट्री विस्फोट में मृतकों की संख्या 10 हुई, जो बढ़ सकती है; 64 घायल

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फैक्ट्री एमआइडीसी कैंपस में स्थित है। धमाका इतना तेज था कि इसकी धमक 3 किमी तक सुनाई दिए। आस-पास की फैक्ट्री भी ध्वस्त। शव इतने जल गए कि पहचाना नहीं जा सका।

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली में एक केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से आग लग गई। हादसे में 10 की मौत हो गई और 64 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मरने वालों में पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। उनके शव इतने जल गए कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका।

घटना गुरुवार दोपहर की है। प्राथमिक खबर के अनुसार फैक्ट्री में एक बॉयलर फट गया और विस्फोट और उसके परिणामस्वरूप लगी आग का असर आसपास की फैक्ट्रियों और घरों पर पड़ा। यह फैक्ट्री महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआइडीसी) फेज -2 के कैंपस में स्थित है।

कल्याण के तहसीलदार सचिन शेजल ने कहा कि मरने वालों की संख्या और यह बढ़ भी सकती है क्योंकि उन्हें संदेह है कि क्षतिग्रस्त फैक्ट्री के परिसर में और शव पड़े हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पतालों में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा, “शव जल गए थे और पहचान से परे थे।” 

पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। एफआईआर में मालिकों/निदेशकों मालती प्रदीप मेहता, मयाल प्रदीप मेहता और अन्य निदेशकों, प्रबंधन कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम हैं, जो फैक्ट्री की देखरेख कर रहे थे। जबकि 8 लोग निलंबित हुए हैं।

धवल अंतापुरकर, डायरेक्टर, महाराष्ट्र स्टीम ब्वॉलर्स ने बताया की हादसे की असली वजह बॉयलर फटना नहीं था बल्कि रिएक्टर में ब्लास्ट थी, बॉयलर की कोई उपस्थिति फैक्ट्री में था ही नहीं।

अधिकारी ने कहा, ”मलबा हटाया जा रहा है।” आसपास के कारखानों की कई महिलाओं सहित 64 लोग घायल हो गए और कम से कम छह अलग-अलग अस्पतालों में उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा, डोंबिवली में एम्स अस्पताल दो दर्जन मरीजों का इलाज कर रहा है।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि प्रभावित रासायनिक फैक्ट्री खाद्य रंगों का उत्पादन करती है और पेरोक्साइड का उपयोग करती है जो अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और अस्थिर रसायन हैं जो कुछ परिस्थितियों में हिंसक विस्फोट का कारण बन सकते हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि छोटे-छोटे लगातार तीन धमाके हुए। ये इतने तेज थे कि लगभग 3 किमी तक सुनाई दिए। आसपास की इमारतों के शीशों में दरारें आ गईं। वहीं, विस्फोट की वजह से आसपास के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है।

राज्य के इंडस्ट्रीज मिनिस्टर उदय सामंत के मुताबिक, यह फैक्ट्री बंद थी। मरने वालों में ज्यादातर लोग पास की फैक्ट्री के हैं। हादसे के वक्त वे उसमें काम कर रहे थे। राज्य उद्योग और श्रम विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि कारखाने में बॉयलर इंडियन बॉयलर एक्ट 1950 के तहत रजिस्टर्ड नहीं था।

डोंबिवली आग की घटना पर महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि डोंबिवली की केमिकल कंपनी में बॉयलर विस्फोट की घटना दुखद है। मामले में 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया है।

उधर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि केमिकल फैक्ट्री के आसपास की फैक्ट्रियों में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है। हमारी प्राथमिकता उन लोगों को बचाना है। महाराष्ट्र सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के लिए ₹5 लाख के मुआवजे की घोषणा की है। वहीं, घायलों के इलाज की जिम्मेदारी ली है।