दीपावली पर आंदोलन के शहीदों के नाम पर दीये जलाकर किसानों ने दी श्रद्धांजलि

संयुक्त किसान मोर्चा की 9 नवंबर को सिंघू मोर्चा पर होने वाली अगली बैठक में एक साल पूरा होने के अवसर पर आंदोलन की कार्रवाई के अगले कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
एसकेएम की ओर से सभी को दीपावली और बंदी छोड़ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
अब तक 650 से अधिक किसान हो चुके हैं शहीद
आज दीपावली के दिन आंदोलन के शहीदों के नाम पर दीये जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। सभी विरोध स्थलों पर -केवल पंजाब में 100 से अधिक स्थानों पर और कई अन्य टोल प्लाजा और देश भर में अन्य राज्यों में भी- और पूरे भारत में आज शहीदों को दी गई विशेष श्रद्धांजलि।
ऐतिहासिक आंदोलन में अब तक 650 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं, जिसे मोदी सरकार अपने जोखिम पर नज़रअंदाज कर रही है। एसकेएम ने कहा – जब तक भाजपा सबक नहीं सीख लेती, और किसान-विरोधी नीतियों को वापस नहीं ले लेती, तब तक आंदोलन और मजबूत होगा।
किसानों द्वारा दिल्ली के मोर्चों पर अन्य प्रदर्शनकारियों के साथ दीपावली और बंदी छोड़ दिवस मनाने के साथ सभी मोर्चा स्थलों पर संख्या और बढ़ गई।

दुष्यंत चौटाला का किसानों का तीव्र विरोध, दौरा रद्द
दिल्ली की सीमा पर विरोध के उभरने के बाद जींद की अपनी पहली यात्रा पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को किसानों के तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस की 3 घेराबंदी और 800 पुलिस कर्मी की बड़ी संख्या भी नाराज किसानों को नहीं रोक सकी जिसमें महिला किसान भी शामिल थीं, जिन्होंने जजपा कार्यालय पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया।
चौटाला को मजबूर होकर जजपा कार्यालय का दौरा रद्द करना पड़ा और दुष्यंत चौटाला के जाने के बाद ही 2 घंटे का तनावपूर्ण महौल समाप्त हुआ।
संयुक्त किसान मोर्चा की 9 नवंबर को सिंघू मोर्चा पर होने वाली अगली बैठक में एक साल पूरा होने के अवसर पर आंदोलन की कार्रवाई के अगले कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
किसान आंदोलन को कलाकारों का जबरदस्त समर्थन
पंजाबी गायक बब्बू मान और अन्य गायकों ने विरोध स्थलों पर, किसानों के गीत गा कर, किसानों के साथ दीपावली मनायी। इससे पहले, सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर मनमोहन वारिस और कमल हीर आए थे। किसान आंदोलन को पंजाब और अन्य राज्यों के कलाकारों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।

किसान आंदोलन असाधारण नायकों से भरा है
जैसा कि कई पंजाबियों के साथ लोकप्रिय परंपरा बन गई है, एक नवविवाहित जोड़े हरजोत सिंह और मनप्रीत कौर ने अपनी शादी में किसान संगठन के झंडे अपने हाथों में लिए और शादी के बाद बड़ों का आशीर्वाद लेने और किसानों के संघर्ष के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सिंघू मोर्चा पर आए।
बाबा साधु राम, जो 11 महीने से टिकरी मोर्चे पर थे, कल गाँव लौटने पर फाजिल्का के लधुका मंडी स्टेशन पर ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया। एकल पदयात्री नागराज को अपनी माँ के निधन के बाद घर लौटना पड़ा, और उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही दिल्ली के मोर्चा स्थलों तक अपनी यात्रा फिर बहाल करेंगे- किसान आंदोलन असाधारण नायकों से भरा है।
लखीमपुर खीरी नरसंहार जाँच सर्वोच्च अदालत द्वारा निर्देशित हो!
जहां यूपी पुलिस किसानों के हत्यारों को बचाने और उन्हें वीआईपी सुविधा देने में लगी हुई है, वहीं अजय मिश्रा टेनी और भाजपा के इशारे पर लखीमपुर खीरी में दो और किसानों को गिरफ्तार किया गया है। एसकेएम ने एक बार फिर लखीमपुर खीरी नरसंहार में उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देशित जांच की मांग दोहराई है।
संयुक्त किसान मोर्चा प्रेस बुलेटिन (343वां दिन, 4 नवंबर 2021)
जारीकर्ता – बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह।