‘भगत सिंह के सपनों को मंज़िल तक पहुंचाएंगे’ : नए संकल्पों के साथ शहादत दिवस पर विविध आयोजन

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शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के शहादत दिवस 23 मार्च पर देश के विभिन्न हिस्सों में विविध आयोजन हुए। सभा, गोष्ठी, रैली आदि के माध्यम से भगत सिंह और उनके साथियों को याद करते हुए आज़ादी की लड़ाई की क्रांतिकारी धारा और विरासत पर चर्चा हुई।

साथ ही पंजाबी कवि अवतार सिंह पाश की शहादत को भी याद किया गया।

इसी रौशनी में देश के मौजूद हालात और चुनौतियों कर भी वक्ताओं ने रौशनी डाली। भगत सिंह और साथियों के अधूरे ख्वाब को पूरा करने, समाजवादी समाज की स्थापना के संघर्ष को तेज करने का संकल्प बंधा। साथ ही व्यापक एकजुटता के साथ मजदूर विरोधी नए श्रम कोड के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का संकल्प लिया गया।

भगत सिंह क्रांतिकारी धारा के प्रतीक पुरुष थे

वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह की छवि धूमिल करने के लिए उनको पगड़ी पहनाना, अथवा उनको हीरो या भगवान बनाना उनके साथ अन्याय है। भगत सिंह उस क्रांतिकारी धारा के प्रतीक पुरुष थे, जो आज़ादी की लड़ाई में छोटे-छोटे क्रांतिकारी गुटों से हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन से होकर हिंदुस्तान सोसलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन तक विकसित हुई। उनके साथ चंद्रशेखर आज़ाद जैसा कुशल नेतृत्व था, भगवती चरण बोहरा जैसा बौद्धिक साथी और तमाम युवा इंक़लाबी सहयोगी थे।

बहरे कानों तक आवाज़ पहुंचानी होगी

वक्ताओं ने कहा कि भगतसिंह ने मजदूर विरोधी ट्रेड डिस्प्यूट बिल और जनविरोधी पब्लिक सेफ्टी बिल के विरोध में ब्रिटिश सेन्ट्रल एसेंबली में बम का धमाका करके ब्रिटिश हुक्मरानों को चेताने का काम किया था। किन्तु आज आजाद भारत में उसी संसद में मोदी सरकार द्वारा मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं को और जनविरोधी तीन आपराधिक कानूनों को पारित करके मजदूरों के श्रम अधिकारों पर और आम जनता के लोकतान्त्रिक अधिकारों पर भीषण हमले बोल दिए गए हैं।

आज देश की मेहनतकश जनता देसी-विदेशी पूंजी की गुलामी में बुरी तरह पिस रही है और तबाही की मार झेल रही है। रेल, कोल, बीमा, बैंक, बिजली, अस्पताल आदि सभी सरकारी-सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण की गति बेलगाम है। पुराने आपराधिक कानूनों की जगह जन-विरोधी नए आपराधिक क़ानून के बाद मोदी सरकार अब मज़दूर विरोधी लेबर कोड लागू करने जा रही है।

नफ़रती माहौल में मुहब्बत का पैगाम दें!

संघ-भाजपा और अडानी अम्बानी जैसे पूँजीपतियों का गठजोड़ खुलेआम देश में हिन्दू मुसलमान के नाम पर धार्मिक जुनून और नफ़रत का आक्रामक माहौल बनाकर पूँजीपतियों के हित में मोदी सरकार सक्रिय है। मजदूर मेहनतकश जनता को धार्मिक आधार पर बांटकर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और नागरिक अधिकारों पर किये जा रहे हमलों जैसे असल बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाया जा रहा है।

वक्ताओं ने कहा कि आज के फासीवादी समय में HSRA धार्मिक बंधुत्व की एक अमिट मिसाल है। हमें ये कभी नहीं भूलना नहीं चाहिए कि उनका संघर्ष मेहनतकशों, वंचितों, गरीबों, मज़दूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों के लिए एक वर्ग संघर्ष था। देश में भयावह सांप्रदायिक माहौल में हमें दिलो-दिमाग में पैठी नफ़रत को मुहब्बत में बदलना है।

नीमराना। शहादत दिवस पर नीमराना-बहरोड़-कोटपुतली औद्योगिक क्षेत्र की यूनियनों और मजदूरों के मंच मजदूर संघर्ष समिति की ओर से हीरो मोटोकॉर्प प्लांट के विपरीत खेतानाथ धर्मकांटा से रूचि बियर धरना स्थल तक रैली निकाली गई। इसके बाद रूचि बियर धरना स्थल पर भगत सिंह के क्रांतिकारी विचारों और आज के समय में मजदूरों के लिए उनकी विचारधारा की अहमियत पर एक सभा आयोजित हुई। कार्यक्रम से पहले पूरे इलाके में मजदूरों के बीच पर्चा वितरण हुआ था।

इस दौरान भगत सिंह के जीवन, संघर्ष और विचारों पर चर्चा की, तथा नीमराना-बहरोड़-कोटपुतली औद्योगिक क्षेत्र सहित देशभर में पूंजीपतियों, सरकार और प्रशासन द्वारा मजदूरों पर हो रहे शोषण, दमन और उनके अधिकारों पर हमलों, सांप्रदायिक नफरत, जातिवाद जैसे मुद्दों के संदर्भ में भगत सिंह के विचारों के आधार पर मजदूर आंदोलन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर विचार हुआ।

हीरो मोटोकॉर्प, डाईकिन, रूचि बियर, ऑटोनियम, मारुति आदि कंपनियों के स्थायी और अस्थायी मजदूरों ने इलाकाई एकता और संघर्ष का नारा बुलंद किया, बर्खास्त और निलंबित साथियों को काम पर वापस लेने की मांग की और भगत सिंह के सपनों को मंजिल तक पहुँचाने का संकल्प लिया।

सभा को सीटू प्रदेशाध्यक्ष कॉम. भंवर सिंह शेखावत, CSTU से कॉम. अमित, मारुति सुजुकी स्ट्रगल कमिटी से कटार सिंह, मारुति सुजुकी अस्थायी मज़दूर संघ से महावीर, रूचि बियर यूनियन से झुथा राम सैनी, हीरो मोटोकॉर्प यूनियन से सोहन, हीरो मोटोकॉर्प अस्थायी मजदूर संघ से विकास, डाईकिन यूनियन से अशोक मिश्रा, ऑटोनियम यूनियन से जीतेन्द्र यादव आदि साथियों ने संबोधित किया। डाईकिन यूनियन से मनमोहन ने सभा का संचालन किया।

जयपुर। क्रन्तिकारी नौजवान सभा (KNS) द्वारा जयपुर में शहीद भगत सिंह पार्क में भगत सिंह, सुखदेव राजगुरु की प्रतिमाओं पर लाल झंडा लगा कर शहीदों को क्रन्तिकारी लाल सलाम पेश किया गया तथा उनकी क्रन्तिकारी मार्क्सवादी विचारधारा को याद किया गया। साथ ही क्रन्तिकारी कवि अवतार सिंह पाश को भी याद किया गया।

कार्यक्रम में KNS के साथियों के साथ-साथ झालाना डूंगरी वाल्मीकी बस्ती से साथी बबलू जी, सर्वहारा एकता मंच के कॉमरेड प्यारेलाल जी व उनके साथी, मानव अधिकार कार्यकर्त्ता साथी नवीन नारायण, बंगाल के हमारे भाईचारा संगठन PDSF की साथी देवजानी, ट्रांसपोर्ट नगर से साथी रिज़वान, प्रताप नगर से साथी प्रिया, शास्त्री पार्क से साथी सुमित भी शामिल रहे।

रुद्रपुर। शहादत दिवस पर श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधमसिंह नगर के बैनर तले शुक्ला पार्क रुद्रपुर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के पश्चात् भगतसिंह चौक तक जुलुस निकाला गया। जहाँ भगत सिंह पार्क की दुर्दशा और मूर्ति हटाने के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया और पार्क में शहीद-ए-आज़म की जल्द से जल्द आदमकद मूर्ति स्थापित करने की माँग हुई।

इस दौरान क्रांतिकारी नारे लगाए गए और गीत गए गए, शहीदों को क्रांतिकारी सलाम पेश किया गया और उनके बताये गए मार्ग पर चलकर भेदभाव, नफरत और पूंजीवादी लूट के खिलाफ मेहनतकश की संग्रामी एकता करने और सच्ची आज़ादी के उनके अधूरे सपनों को साकार करने का संकल्प लिया गया। साथ ही इजराइल द्वारा फिलिस्तीन में किये जा रहे नरसंहार की वक्ताओं ने घोर निंदा की। फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में दो मिनट का मौन रखकर एकजुटता व संवेदना व्यक्त की गईं।

कार्यक्रम में श्रमिक संयुक्त मोर्चा, सेंटर फॉर स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियन्स (CSTU), क्रान्तिकारी लोक अधिकार संगठन, इंकलाबी मजदूर केंद्र (IMK), मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा), इंट्रार्क मजदूर संगठन, रॉकेट रिद्धि सिद्धि कर्मचारी संघ, एलजीबी वर्कर्स यूनियन, ऑटो लाइन एम्पलाई यूनियन, करोलिया लाइटिंग इम्पालाइज यूनियन, यजाकी वर्कर्स यूनियन, नेस्ले कर्मचारी संगठन, भगवती एम्पलाइज यूनियन, डेल्टा एम्पलाइज यूनियन, बडवे एम्पलाइज यूनियन, डॉल्फिन मजदूर संगठन, एडिएंट कर्मकार यूनियन, बीएसटी टेक्सटाइल, महिंद्रा कर्मकार यूनियन, आनंद निशिकावा इम्पालाइज यूनियन, ऐरा श्रमिक संगठन, सीएनजी टेंपो यूनियन आदि बड़ी संख्या में सिडकुल के मजदूर साथी उपस्थित रहे। संचालन श्रमिक संयुक्त मोर्चा के महासचिव चंद्रमोहन लखेड़ा ने किया।

रुड़की। प्रगतिशील जन पुस्तकालय पर नौजवान भारत सभा की ओर से शहादत दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। भगत सिंह की आज के दौर में प्रासंगिकता, प्रतिरोध की संस्कृति और पाश का जीवन संघर्ष और उनकी कविता आदि पर बात हुई और क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत हुए।

पंतनगर। इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र एवं ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर तथा ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा पंतनगर से जुड़ी सभी यूनियनों द्वारा सामूहिक रूप से रामलीला मैदान पंतनगर में सभा और शहीदों के लक्ष्य समाजवादी व्यवस्था अधूरे सपने को पूरा करने की क्रांतिकारी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

अल्मोड़ा। उत्तराखंड छात्र संगठन ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. राम सिंह धौनी पुस्तकालय सभागार में समसामयिक संदर्भों में भगत सिंह विषय पर संगोष्ठी आयोजित की। इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र, युवाओं, सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

दिल्ली के वसंत कुंज में सबकी लाइब्रेरी की तरफ से भगत सिंह शहादत दिवस कार्यक्रम हुआ। आज के संदर्भ में शहीदों के प्रासंगिकता लेके चर्चा हुईं और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।

गुड़गांव। क्रन्तिकारी नौजवान सभा (KNS) द्वारा गुरुग्राम बस स्टैन्ड से सेक्टर 12 प्रेम नगर बस्ती तक रैली निकली गई और पर्चा बाटा गया। कार्यक्रम में बस्ती के लोगों ने आपने-आपने विचार रखे।  साथी आदित्य ऑर शिवानी ने गाने से कार्यक्रम की शुरुआत की।

खुशीराम ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के संघर्षों और उनके बलिदान के महत्व आज के समाज के  हालातों के बारे में बताया। बस्तिवासी राजकपूर ने बस्ती के ऊपर चल रहे संकट के बारे में बताया की कभी भी बस्ती टूट सकती है ऑर हमे मजबूत होने की जरूरत है, क्योंकि हमारी लड़ाई सीधे सरकार से है और सरकार नहीं चाहती कि बस्तिया बचे इसीलिए हमे अपने घर को बचाने के लिए एक साथ लगके काम करने की जरूरत है।

कुरुक्षेत्र। शहीद भगत सिंह दिशा ट्रस्ट, जन संघर्ष मंच हरियाणा, निर्माणकार्य मज़दूर मिस्त्री यूनियन और मनरेगा मज़दूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में 95वां शहीदी दिवस मनाया गया। शहीदों के क्रांतिकारी रास्ते पर चलने का संकल्प लेने के लिए छात्र, युवा, मज़दूर व महिलाओं ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की।‌

इसके बाद जन समूह जोशो-खरोश के साथ इन्कलाबी नारे लगाते हुए जुलूस की शक्ल में शहर के मुख्य बाजार से होते हुए पुराने बस अड्डे के पास शहीद मदन लाल ढींगरा पार्क में एक जनसभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जन संघर्ष मंच हरियाणा के प्रांतीय प्रधान कामरेड फूलसिंह ने की। सभा में मुख्य वक्ता शहीद भगतसिंह दिशा मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्याम सुंदर रहे।

सभा को छात्र संगठन एसओएसडी की संयोजिका कविता विद्रोही, जन संघर्ष मंच हरियाणा की प्रांतीय महासचिव सुदेश कुमारी, मनरेगा मज़दूर यूनियन के प्रांतीय प्रधान नरेश कुमार, निर्माण कार्य मज़दूर मिस्त्री यूनियन के प्रांतीय प्रधान करनैल सिंह आदि ने भी संबोधित किया। संचालन सुरेश कुमार ने किया।

बारना। जिला कुरुक्षेत्र के गांव बारना में शहीदी दिवस पर जन संघर्ष मंच हरियाणा, निर्माण कार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन, मनरेगा मजदूर यूनियन के नेतृत्व में छात्र, युवाओं व मजदूरों ने प्रभात फेरी निकालकर शहीद भगत सिंह और उनके साथियों के क्रांतिकारी रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।

बड़ौत। मज़दूर सहायता समिति और नौजवान भारत सभा द्वारा बड़ौत की काशीराम कालोनी में शहादत दिवस पर सभा का आयोजन हुआ। वक्ताओं ने भगत सिंह के विचारों की रोशनी में मजदूर और नौजवानों के बीच फैली बेरोजगारी के कारणों को रेखांकित किया।

शामली। किसान एकता केन्द्र, शामली के साथियों ने गांव बुढेङा में सभा का आयोजन किया।

मेरठ। किसान एकता केंद्र, मेरठ की तरफ़ से ग्राम ईकड़ी, मेरठ में रागिनी और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नौजवानों, बुजुर्गों, किसान समेत मज़दूरों की मौज़ूदगी रही और सभी ने इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम को आगे भी करते रहने की बात कही।

मेरठ के मलियाना इलाके में मजदूर सहायता समिति के बैनर तले विचार-गोष्ठी का आयोजन किया गया। शहीदों की परंपरा पर बात के साथ मज़दूर सहायता समिति के संघर्ष और मांगो पर बात हुई और बताया कि इन सभी समस्याओं का समाधान मजदूरों का संगठन ही कर सकता है।

मेरठ के कंकडखेड़ा में मजदूर सहायता समिति द्वारा आयोजित शहादत दिवस कार्यक्रम में भगतसिंह के जीवन और हमारी विरासत; अंधविश्वास, साम्प्रदायिकता, लाइब्रेरी के महत्व आदि मुददे पर बात हुई। तय हुआ कि जल्दी ही गांव में भगतसिंह पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी।

मेरठ के शेखपुरा इलाके में मज़दूर सहायता समिति के बैनर तले शहादत दिवस का कार्यक्रम में “भगत सिंह का परिचय, विचार, आजादी के मायने, शिक्षा की स्थिति, पाठशाला, मजदूरों (महिला व पुरुष दोनों) की स्थिति, संगठन और हमारे कार्यभारों” जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई। शेखपुरा शिक्षण टीम, पाठशाला के बच्चों ने जोशीले अंदाज में क्रांतिकारी गीत गाये।

प्रयागराज। प्रयागराज में एक सभा का आयोजन किया गया।

लुधियाना। नई सवेर पाठशाला, ई.डब्ल्यू.एस. कॉलोनी, लुधियाना द्वारा बच्चों को 23 मार्च के शहीदों शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के व्यक्तित्व से परिचित कराया गया। बातचीत में बच्चों को शहीदों के जीवन में घटित रोचक किस्से भी सुनाए गए।

बच्चों ने सभी बातों को ध्यान से सुना और उन्होंने इन शहीदों के व्यक्तित्व को अच्छी तरह जाना। बच्चों ने कई सवाल भी पूछे और इन सवालों के जवाब भी दिए गए।

चंडीगढ़। नौजवान भारत सभा और कारख़ाना मजदूर यूनियन द्वारा चंडीगढ़ में शहीदी दिवस की याद में शहर के मौलीजागरां से शुरू होकर हल्लोमाजरा होते हुए सेक्टर 17 तक साइकिल-मोटरसाइकिल रैली निकालकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शहीदों को क्रांतिकारी नारों के साथ याद किया गया।

भगत सिंह स्टूडेंट एंड यूथ फ्रंट और उससे जुड़ी पत्रिका हमारी आवाज़ ने एक वेबिनार आयोजित किया।

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