प्रबंधन का जारी दमन और श्रम अधिकारियों की चुप्पी; लुकास टीवीएस मज़दूरों की हड़ताल जारी

श्रम भवन में धरना जारी। यूनियन ने कहा कि श्रमिक समस्याओं का समाधान होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। इधर उप श्रमयुक्त की मध्यस्थता में हुई वार्ता बेनतीजा रही।
रुद्रपुर (उत्तराखंड)। लुकास टीवीएस मजदूर संघ पन्तनगर का श्रमविभाग रुद्रपुर में 7 फरवरी को 71वें दिन धरना जारी रहा। प्रबंधन की हठधर्मिता, लगातार जारी दमन और श्रम अधिकारियों की चुप्पी के बाद मज़दूर बीते 5 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
इस बीच आज उप श्रमयुक्त की मध्यस्थता में हुई वार्ता बेनतीजा रही। उप श्रमआयुक्त ने इस विवाद पर सुनवाई के लिए पुनः सहायक श्रमआयुक्त को निर्देशित कर दिया।
धरना स्थल श्रम भवन में आयोजित सभा में यूनियन नेताओं ने कहा कि श्रमिकों का आए दिन उत्पीड़न जारी है श्रम विभाग कम्पनी प्रबन्धन के दवाब पर त्रिपक्षीय वार्ता तक नहीं करा पा रहा है। दो माह आन्दोलन चलने पर भी श्रमविभाग के कानों में जूं नहीं रेंग रहा है। समाधान न होने पर श्रमिकों में आक्रोश है, श्रमिक हड़ताल पर बैठने को बाध्य हुए हैं।
कम्पनी प्रबन्धन द्वारा पुराने श्रमिकों को बाहर निकाल कर ट्रेनिंग पर रखे श्रमिकों से खतरनाक मशीनों पर लगाकर काम कराया जा रहा है। दिनांक 31/01/2024 को जिस श्रमिक का हाथ मशीन में दबा उसको प्रबन्धन द्वारा चुपके से बाहर निकाला दिया गया। वह किस स्थिति में इसका किसी को पता नहीं है।
महामंत्री बसन्त गोस्वामी ने श्रमिकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि जब तक श्रमिक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। प्रबंधन बिना बात के आरोप पत्र देने और अपने चहेतों की गलतियां हमारे संगठन सदस्यों पर थोपने का जो घिनौना काम कर रहा है, उसका पूरजोर विरोध किया जायेगा।
कार्यकारी अध्यक्ष हरीश चन्द्र सिंह ने सम्बोधित करते हुए शीर्घ रैली निकालने का संकेत दिया। संगठन मंत्री दीवान सिंह ने कहा कि जरुरत पड़ने पर कम्पनी के अन्य श्रमिकों को जोड़ने का प्रयास किया जायेगा।
हड़ताल में संगठन के सभी सदस्य मौजूद रहे। समर्थन में सिड़कुल की अन्य यूनियनें व मज़दूर धरना स्थल श्रम भवन पहुँच रहे हैं।

उपाध्यक्ष राजेश चन्द्र ने कहा कि यहां बैठा प्रशासन आखिर श्रमिकों की सुनवाई क्यो नही कर रहा है। संगठन के कुछ सदस्यों को नौकरी से निकालने व झूठे आरोप पत्र देने तथा यूनियन छोड़ने का अवैधानिक दवाब बनाने पर प्रबन्धन पर अंकुश लगाने में सक्षम होने के पश्चात भी प्रशासन व श्रम अधिकारी विवश नजर आ रहे हैं।
संगठन अध्यक्ष मनोहर सिंह ने कहा कि कम्पनी में बैठा लोकल प्रबन्धन ही उत्तराखंड के युवाओं का शोषण कर रहा है। हमारी लड़ाई प्रबन्धन की गलत नितियो व श्रमकानूनो का परिपालन करने को लेकर जारी रहेगी। जरुरत पड़ी तो संगठन को सड़कों पर उतारा जायेगा।
ज्ञात हो कि श्रमिकों की कार्यबहाली, मांगपत्र, वेतन कटौती, झूठे आरोप लगाना व यूनियन को मान्यता न देना, संगठन के सदस्यों को यूनियन छोड़ने का दवाब बनाना जैसी अनेकों गतिविधियों के बाद 07 सूत्री मांगों को लेकर लुकास टीवीएस मजदूर संघ लंबे समय से संघर्षरत है। यूनियन गठन के पश्चात से प्रबंधन द्वारा संगठन पदाधिकारी व सदस्यों पर झूठे आरोप लगाकर नौकरी से निकालने का सिलसिला चल रहा है। जिससे मज़दूरों में आक्रोश बना हुआ है।