10,500 रुपए की ग्रॉस में वेतन बढ़ोतरी के साथ समझौते की एक महत्वपूर्ण सफलता यूनियन ऑफिस का मिलना है !
पंतनगर (उत्तराखंड)। करीब 11 माह के संघर्ष के बाद डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में 3 वर्ष का समझौता संपन्न संपन्न हो गया।
1 जनवरी 2019 से 3 वर्ष के लिए संपन्न इस समझौते के तहत 10,500 रुपए की ग्रॉस में वेतन बढ़ोतरी होगी। ग्रेड सिस्टम समाप्त करके सारे श्रमिकों को सामान बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। कुल राशि का 60 फीसदी बेसिक में समायोजित होगा।
समझौते के तहत कुल राशि का 50 फ़ीसदी पहले साल में तथा 25-25 फीसदी दूसरे व तीसरे साल में मिलेगा। इस वर्ष की वेतन बढ़ोतरी के एरियर का भुगतान प्रबंधन द्वारा किया जाएगा। समझौते के तहत अर्जित अवकाश फैक्ट्री एक्ट के अनुसार देय होगा।
इस समझौते की एक महत्वपूर्ण सफलता यूनियन ऑफिस का मिलना है। इसके अलावा फैक्ट्री ऐक्ट के तहत श्रमिक कल्याण गतिविधियों में प्रबंधन यूनियन से चर्चा करेगा।

ज्ञात हो कि 3 साल पूर्व एक बड़े संघर्ष के बाद यूनियन पंजीकृत हुई थी। उस वक्त 4 मज़दूर नेताओं की बर्खास्तगी का आंदोलन भी मज़दूरों ने जीता था, लेकिन तब हुए समझौते की शर्त के अनुसार यूनियन द्वारा दो साल तक कोई माँग नहीं उठाई जा सकती थी।
दो साल की अवधि पूरा होते ही डेल्टा एंप्लाइज यूनियन ने अपना पहला माँग पत्र 25 अक्टूबर 2018 को दिया था। कई दौर की वार्ताएं चली। प्रबंधन लगातार हठधर्मिता दिखलाता रहा, लेकिन यूनियन ने धैर्यपूर्वक कदम बढ़ाया और पहला समझौता संम्पन्न किया।
समझौते पर डेल्टा एंप्लाइज यूनियन की ओर से अध्यक्ष भूवन चंद्र पंत, उपाध्यक्ष धर्मानंद कांडपाल, महामंत्री सुरेंद्र सिंह, संयुक्त मंत्री तारा सिंह जीना, कार्यालय मंत्री राजेश कुमार यादव, संचार प्रसार मंत्री विनोद कुमार राघव, संगठन मंत्री संजय चौहान और कोषाध्यक्ष दीपचंद ने तथा प्रबंधन पक्ष की ओर से फैक्ट्री मैनेजर मनोग्या कुमार, आईआर हेड राजेंद्र कौशिक, एचआर मैनेजर अमित मिश्रा ने हस्ताक्षर किए।
इस समझौते के लिए मज़दूर सहयोग केंद्र ने यूनियन को बधाई दी!