आजमगढ़: नए साल पर जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा ने खिरिया बाग में निकाला जुलूस

कड़ाके की ठंड में जमीन नहीं देंगे; एयरपोर्ट विस्तार का मास्टर प्लान वापस लो; पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से; एयरपोर्ट बहाना है, जमीन लूट निशाना है नारे गूंजते रहे।

आजमगढ़ (उत्तरप्रदेश)। नए वर्ष पर जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में खिरिया बाग से जुलूस निकला जो जमुआ-हरिराम, कादीपुर, हसनपुर होते हुए खिरिया बाग पहुंचा। आंदोलनकारियों ने नए साल पर संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया। खिरिया बाग में बच्चों ने गीत गाया की हम खिरिया बाग के बच्चे, हम एक हैं, एक हैं।

कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच जमीन नहीं देंगे, कौन बनाता हिंदुस्तान-भारत का मजदूर किसान, एयरपोर्ट विस्तार का मास्टर प्लान वापस लो, पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से, एयरपोर्ट बहाना है-जमीन लूट निशाना है के नारे गूंजते रहे।

जमीन-मकान बचाने के लिए धरना जारी

ज्ञात हो कि आजमगढ़ के सगड़ी तहसील के मंदुरी बलदेव गांव में 2005 में मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में एक एयरपोर्ट बना था। उस समय एयरपोर्ट के लिए ली गई जमीन बंजर थी। इसलिए ग्रामीणों ने उसका विरोध नहीं किया था।

साल 2017 के विधानसभा चुनाव में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी सभा में मंदुरी एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की। मंदुरी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की योजना का 2018 में शिलान्यास भी कर दिया गया।

इस योजना के तहत सरकार कुल 670 एकड़ जमीन लेना चाहती है। सर्वे और जमीन नपाई का काम सरकार दो चरणों में होनी है। पहले चरण में 360 एकड़ जमीन का सर्वे कार्य पूरा किया जा चुका है और दूसरे चरण में 310 एकड़ जमीन के का सर्वे होना बाकी है।

12-13 अक्टूबर को दिन-रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम सगड़ी और अन्य राजस्व अधिकारी तथा भारी पुलिसबल द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ भारी उत्पीड़न हुआ, जिससे आंदोलन भड़क गया।

आजमगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान वापस लेने, आंदोलनकारियों पर से झूठे मुकदमे वापस लेने, किसान नेताओं का उत्पीड़न बंद करने और 12-13 अक्टूबर को महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आंदोलित हैं।

जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा, आज़मगढ़ के तहत गदनपुर हिच्छनपट्टी, जिगिना करमनपुर, जमुआ हरीराम, जमुआ जोलहा, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश, जेहरा पिपरी, मंदुरी, बलदेव मंदुरी के ग्रामवासी 13 अक्टूबर 2022 से अनवरत खिरिया की बाग, जमुआ में धरने पर बैठे हैं।

इसी क्रम में खिरिया बाग किसान-मजदूर आंदोलन के 81वें दिन 1 जनवरी को पदयात्रा निकालने और आंदोलन के समर्थन में 3 जनवरी को लखनऊ में सर्वदलीय बैठक का ऐलान हुआ था।

किसान नेता राजीव यादव ने बताया कि आजमगढ़ में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समर्थन में एक सर्वदलीय बैठक 3 जनवरी, 2023, मंगलवार, सुबह साढ़े दस बजे से दारुल शफा ए ब्लॉक कॉमन हॉल, लखनऊ में होगी।

एयरपोर्ट का मास्टरप्लान रद्द होने तक लड़ाई जारी

वक्ताओं ने कहा कि आज़मगढ़ में एयरपोर्ट सालों से बना पड़ा है, जिससे आज तक एक भी विमान नहीं उड़ा है। आज़मगढ़ के चारों तरफ कुशीनगर, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और लखनऊ में एयरपोर्ट है, जहां चन्द घंटों में पहुंच सकते हैं। आज़मगढ़ में एयरपोर्ट बनने से क्षेत्र का कोई विकास नहीं हुआ और न इससे कोई रोजगार मिलने की संभावना है। सभी ग्रामसभाओं ने एक मत से निर्णय लिया है कि अपनी जमीन नहीं देंगे।

वक्ताओं ने कहा कि झूठे सर्वे के नाम पर सरकार जमीन लेना चाहती है जिसे हम नहीं होने देंगे। जब हम जमीन-मकान नहीं देना चाहते तो कैसा सर्वे। एयरपोर्ट का मास्टरप्लान जब तक रद्द नहीं होगा ये लड़ाई जारी रहेगी। विकास के नाम पर खेती-किसानी को खत्म करने का सरकार का सपना पूरा नहीं होने देंगे। धरती माता का सौदा नहीं करने देंगे। खिरिया बाग हमारा तीर्थ और आंदोलन का मंच हमारा मंदिर है।

जिस प्रकार ऐतिहासिक किसान आंदोलन कड़ाके की ठंड, गर्मी, बरसात को पार करते हुए तीन काले कृषि कानूनों को वापस होने के लिए मजबूर कर दिया उसी तरह से हम तमाम विघ्न बाधाओं को पार करते हुए जीत की मंजिल तक पहुंचेंगे।

इस दौरान सभा को रामनयन यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, राजेन्द्र यादव, ललिता राजभर, आदियोग, रामराज, ओमप्रकाश भारती, अखिलेश पांडे, किस्मती, नीलम, डा. डब्लूएच खान, रामप्रवेश निषाद, अजय, सिंटू, मुरारी, नंदलाल, रामशबद, नन्हे यादव, राजेश आज़ाद, विवेक यादव, महेंद्र यादव आदि ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता पुष्पा ने और संचालन रविन्दर यादव ने किया।

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