यूपी में एनपीएस एवं निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों की ‘निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा’

उत्तरप्रदेश के सभी जिलों में अटेवा-पेंशन बचाव मंच द्वारा पुरानी पेंशन के समर्थन और निजीकरण के विरोध में पदयात्रा में कर्मचारियों, अधिकारियों के विभिन्न संगठनों ने भाग लिया।

कौशांबी में शिक्षकों ने मंझनपुर मुख्यालय में पदयात्रा निकालकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। पिछले कई दिनों ने अटेवा पेंशन बचाओ मंच के शिक्षक निजीकरण के विरोध में धरना प्रदर्शन जुलूस एवं ज्ञापन के जरिए सरकार तक अपनी मांग पहुंचाना चाहते हैं। लेकिन सरकार से कोई ठोस जवाब न मिलने से संगठन ने आंदोलन तेज कर दिया है।

जिले के मंझनपुर की सड़क पर शुक्रवार को अटेवा ने पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर पैदल मार्च कर जनजागरण किया गया। संगठन ने डीएम के जरिए सीएम को पेंशन बहाली और निजीकरण वापस लिए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा।

भाजपा के साथ विपक्षी दलों का भी ध्यान करेंगे आकर्षित संगठन का मकसद चुनावी साल में सत्ताधारी भाजपा के साथ विपक्षी दलों का भी ध्यान आकर्षित करना है। ताकि कर्मचारी शिक्षक की पुरानी पेंशन की व्यवस्था को बहाल की जा सके। अटेवा के आंदोलन को जनपद स्तर पर कई कर्मचारी संगठनों का समर्थन मिल चुका है।

अटेवा जिलाध्यक्ष कुशल सिंह ने बताया कि एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा निकाली है। वह सरकार की नीतियों को जनता को बताना चाहते हैं। ताकि उनके आंदोलन को जनता का सहयोग मिले। उन्होंने कहा हम अपनी मांगों को लेकर शहादत तक दे चुके हैं। जो सरकार हमारी मांगों की अनदेखी करती है, कर्मचारी और शिक्षक मिलकर उसे बदल देने का काम करते हैं।

दैनिक भास्कर से साभार

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