संघर्ष के 29 माह पूरे, माइक्रोमैक्स मज़दूरों की कार्यबहाली की माँग हुई बुलंद

लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर मना प्रतिरोध दिवस

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। 27 मई को भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स) में गैर कानूनी छँटनी के 29 महीने पूरा होने और कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक कार्यबहाली ना होने के खिलाफ मज़दूरों ने प्रतिरोध दिवस मनाया। कोरोना व लॉक डाउन के कारण सोशल मीडिया पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए पर समस्त श्रमिकों की कार्यबहाली की माँग बुलंद की।

इस दौरान सोशल मीडिया टि्वटर, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि पर कोर्ट का आदेश, भगवती-माइक्रोमैक्स के 303 श्रमिकों की छँटनी गैरकानूनी, फिर कार्यबहाली क्यों नहीं? #भगवती #माइक्रोमैक्स #कोर्टकेआदेश को लागू करो! #श्रमिकों की #कार्यबहालीकरो! हैशटैग के साथ मामला छाया रहा।

मज़दूर प्रतिनिधि दीपक सनवाल ने बताया कि 27 दिसंबर 2018 को माइक्रोमैक्स प्रोडक्ट बनाने वाली भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड, सिडकुल, पंतनगर ने गैरकानूनी रूप से 303 श्रमिकों की छँटनी कर दी थी। तब से मज़दूरों का यह संघर्ष जमीनी स्तर पर और कानूनी रूप से लगातार जारी है, लेकिन न्याय नहीं मिल रहा है।

श्रमिक प्रतिनिधि नंदन सिंह ने कहा कि 3 मार्च 2020 को माननीय औद्योगिक न्यायाधिकरण हल्द्वानी ने छँटनी को अवैध करार दिया था और समस्त श्रमिकों की सवेतन कार्यबहाली का निर्देश दिया था। इसी के साथ माननीय उच्च न्यायालय ने भी इस आदेश के अनुपालन का निर्देश दिया था। लेकिन श्रम विभाग और जिला प्रशासन मज़दूरों की कार्यबहाली कराने की जगह उलझनें का ही प्रयास करता रहा है।

श्रमिक प्रतिनिधि वंदना बिष्ट ने कहा कि आज इसी के विरोध में टि्वटर, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया के माध्यम से हमने अपनी आवाज बुलंद की जिसमें इलाके की अन्य यूनियनों और मज़दूरों ने भी सहयोग दिया।

श्रमिक प्रतिनिधि ठाकुर सिंह ने कहा कि पिछले 29 महीने से लगातार संघर्ष के कारण मज़दूरों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई, लेकिन सरकार प्रशासन किसी के भी कान पर जूं नहीं रेंगा। वेतन भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में हमारा यह संघर्ष लगातार जारी है और तब तक जारी रहेगा जब तक कि श्रमिकों को न्याय नहीं मिल जाता है।

भूली-बिसरी ख़बरे