MP : निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का प्रदर्शन

मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन के नेतृत्व में संघर्ष

बड़वाह। मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन के नेतृत्व में निजीकरण के विरोध में विद्युत कामगारों ने प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के साथ ही कर्मचारियों ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के नाम कंपनी अधिकारियों को ज्ञापन दिए। जनता यूनियन के क्षेत्रीय सचिव केएन शर्मा ने बताया कि स्टैंडर्ड बिडिंग डाक्यूमेंट्स के जारी होने के बाद देश की सभी विद्युत कंपनियों का निजीकरण करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इसके विरोध में पूरे भारतवर्ष में 5 अक्टूबर को विरोध दिवस मनाया गया।

 नगर में भी तथा निमाड़ क्षेत्र के खरगोन, खंडवा, बड़वानी आदि जिलों में भी विद्युत कामगारों ने अपने कार्यालयों के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। नगर के विद्युत नगर में विद्युत कामगारों ने एकत्र होकर नारे लगाए तथा केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों का विरोध किया। विद्युत कामगारों का नेतृत्व कार्यपालन यंत्री मनोहर सिंह असावद, कनिष्ठ यंत्री कुमार प्रेमानंद, नारायण वास्कले, आदेश सिंह सिकरवार, राहुल खेड़े, आशीष खेड़ेकर, रामकरण पाटीदार आदि नेताओं ने किया। शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए विद्युत कामगारों से आग्रह किया कि वह आगामी काम बंद जैसी हड़ताल करने के लिए तैयार रहें। ताकि संपूर्ण देश के विद्युत उद्योग के निजीकरण पर रोक लगाई जा सके।

बमनाला। प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत ग्राम सेल्दा से सतवाड़ा तक पांच किमी लंबे मार्ग की हालत दयनीय हो गई। मार्ग पूरी तरह जर्जर हो गया है। जबकि इस मार्ग से क्षेत्र के 30 से अधिक गांव जुड़े है। ग्रामीणों के लिए व्यस्तम मार्ग होने के साथ ही इस पर यातायात का दवाब अधिक हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सेल्दा बस स्टैण्ड से लेकर होली चौक तक की सड़क गड्ढो में तब्दील हो चुकी है। नालियों की साफ सफाई के अभाव के कारण गड्ढों में गंदा पानी एकत्रित हो रहा है। जिससे बाइक चालक मार्ग पर फिसल रहे है। गांव के गोपाल कोठारे, नरेन्द्र कोठारे, दिनेश तलवारे, राधेश्याम, आनंदराम, धन्नाालाल तलवारे, मुकेश शारदे ने बताया कि करीब दो वर्ष से मार्ग के कारण परेशान है। इस संबंध में पंचायत ने विधायक के साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है लेकिन सड़क की जर्जर स्थिति यथावत है।

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