काकोरी के शहीदों की याद में विविध कार्यकम

शहीदों के सपने का भारत बनाने का संकल्प बंधा और ‘फूट डालो, राज करो’ की विभाजनकारी निति का विरोध हुआ
आज (19 दिसंबर) काकोरी के अमर शहीदों- शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, रोशन सिंह व राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के शहादत दिवस के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम हुए। कार्यक्रमों के दौरान अशफाक-बिस्मिल की साझी शहादत को याद करते हुए मोदी सरकार की सांप्रदायिक व भेदभाव पर आधारित नीतियों की मुखालफ़त हुई तथा भेदभावपूर्ण नागरिकता क़ानून और एनआरसी को वापस लेने की माँग बुलंद हुई।
कौमी एकता की विरासत को मजबूत करने का आह्वान
रुद्रपुर, 19 दिसंबर। काकोरी कांड के अमर शहीदों की याद में आज इंक़लाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, बजाज मोटर्स कर्मकार यूनियन, औटोटेक श्रमिक संगठन, इंटरार्क मजदूर संगठन द्वारा आज 19 दिसंबर 2019 को अपराहन 3 बजे से अशफाक उल्ला खान पार्क ,पुराना खेड़ा , रुदपुर जिला ऊधमसिंह नगर ,उत्तराखंड में सभा व माल्यार्पण का कार्यक्रम किया गया।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने वाले NRC व नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA ) का पुरजोर विरोध किया और इसके खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया गया। मोदी शाह के इशारों पर दिल्ली में पुलिस द्वारा जामिया मिलिया के छात्रों के दमन की एक स्वर में निंदा की गई, काकोरी कांड के अमर शहीद पण्डित राम प्रसाद विश्मिल ,अशफाक उल्ला खान, ठाकुर रोशन सिंह व राजेन्द्र लाहिड़ी की क्रांतिकारी व कौमी एकता की विरासत को मजबूत कर आरएसएस व भाजपा जैसे हिन्दू फासीवादी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देकर जनता का धर्म मजहब के नाम पर बंटवारा करने वाले विभाजनकारी षडयन्त्रों को नेस्तनाबूद किया जाये।
कार्यक्रम में इंक़लाबी मजदूर केंद्र ,क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन ,प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र ,मजदूर सहयोग केन्द्र, बजाज मोटर्स, औटोटेक, इंटरार्क, माइक्रोमैक्स, नेस्ले आदि कंपनियों के मजदूर साथियों व खेड़ा के आम नागरिकों ने भागेदारी की।
रामनगर में सभा व जुलुस

रामनगर (नैनीताल)। डेल्टा कंपनी के मजदूरों एवं इंक़लाबी मजदूर केंद्र द्वारा रामनगर जिला नैनीताल उत्तराखंड में काकोरी कांड के शहीदो की शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एसडीएम कोर्ट में सभा एवम रामनगर शहर में जुलूस निकला गया।
कुरुक्षेत्र में ‘सांप्रदायिक सौहार्द मार्च’
कुरुक्षेत्र (19 दिसंबर 2019)। आज काकोरी के शहीदों- शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, रोशन सिंह व राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के शहादत दिवस के अवसर पर मोदी सरकार की सांप्रदायिक व भेदभाव पर आधारित फासीवादी नीतियों के खिलाफ ‘सांप्रदायिक सौहार्द मार्च’ का आयोजन किया गया। इसका आयोजन जन संघर्ष मंच हरियाणा, सीपीआई(एम), सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, छात्र संगठन – एसओएसडी, एसएफआई, पीएसओ, सीईएम, प्रगतिशील युवा मंच के साझे बैनर तले हुआ।
मार्च स्थानीय जाट धर्मशाला बाजार से होते हुए अंबेडकर चौक पहुंचा और सभा में बदल गया। मंच संचालन जन संघर्ष मंच हरियाणा के कामरेड सोमनाथ ने किया। सभा को जन संघर्ष मंच हरियाणा की महासचिव कामरेड सुदेश कुमारी, सीपीआई(एम) के जिला सचिव कामरेड भीम सिंह सैनी, एसओएसडी की संयोजिका कविता विद्रोही, एसएफआई की प्रधान सुमन, पीएसओ से मोहित, सीईएम से अंकित, प्रगतिशील युवा मंच से कपिल, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान ओमप्रकाश, वरिष्ठ उपप्रधान सुरेश गुड्डा, आनंद सिंह, रोडवेज कर्मचारी नेता बलवंत सिंह ने संबोधित किया।

श्रद्धांजलि प्रस्तुत करते हुए वक्ताओं ने कहा कि काकोरी के शहीदों ने अंग्रेजों की ‘फूट डालो राज करो’ की नीति के विरोध में हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया था और अन्यायपूर्ण अंग्रेजी राज को उखाड़ने के लिए अपनी शहादत दी थी। परंतु मौजूदा मोदी सरकार अंग्रेजों की भांति ‘फूट डालो राज करो’ की नीति पर चली हुई है। मोदी सरकार द्वारा बनाया गया ‘नागरिकता संशोधन कानून’ धार्मिक आधार पर भेदभाव करने वाला है जो कि संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और देश की धर्मनिरपेक्षता के ढांचे पर हमला करने वाला है। इस काले कानून के विरोध में सारे देश में जनता सड़कों पर है और विदेशों में भी इसका विरोध हो रहा है। परंतु तानाशाह सरकार बेशर्म होकर लाठी गोली के दम पर विरोध को कुचल रही है।
संगठनों ने माँग की कि काले कानून ‘नागरिकता संशोधन कानून’ को तुरंत रद्द किया जाए और सीएए व एनआरसी के माध्यम से मुस्लिम समुदाय का दमन बंद किया जाए। दिल्ली व अन्य जगह पर छात्रों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले चलाकर बर्बर अत्याचार करने वाली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा व दमन के खिलाफ पुतला दहन
पंतनगर। काकोरी काण्ड के शहीदों की 92 वीं शहादत दिवस पर इंक़लाबी मज़दूर केंद्र एवं ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर द्वारा अमर शहीदों की याद करते हुए बड़ी मार्केट पंतनगर परिसर के पीपल चौराहे पर नुक्कड़ सभा में श्रद्धांजलि अर्पित की गई और दिल्ली में जामिया मिल्लिया के छात्रों के दमन नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) व एनआरसी के विरोध में पुतला फूंका गया।

सभा में संगठन के बैनर हाथों में तख्तियां और लाल झंडे लेकर लोग , काकोरी के शहीदों को लाल सलाम; मरते अशफाक, बिस्मिल, रौशन, लाहिड़ी अत्याचार से, सैकड़ों पैदा होंगे उनकी रूधिर की धार से; लड़ो न आल्हा राम पर लड़ो मजूरी काम पर; काकोरी के शहीदों की साझी विरासत अमर रहे; मोदी सरकार विभाजनकारी नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू कर सम्प्रदायिक उन्माद फैलाना बंद करो; जामिया मिल्लिया के छात्रों का दमन करना बंद करो; आदि नारे लगा रहे थे।
कार्यक्रम में सुरेश, रमेश कुमार, मनोज कुमार, अभिलाख सिंह, धरम राज़, राशिद, श्रवण कुमार, राजेंद्र, कौशल, विकास, सुभाष प्रसाद, भरत यादव, संगीता, माधव, आदि लोग मौजूद रहे।
हरिद्वार में श्रद्धांजलि सभा

हरिद्वार। हरिद्वार में चिन्मय डिग्री कॉलेज सामने इंक़लाबी मज़दूर केंद्र व भेल मज़दूर ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में काकोरी के अमर शहीदों को याद करते हुए एक श्रद्धांजलि सभा हुई। वक्ताओं ने कहा कि आज के दौर में जब राजनैतिक दलों द्वारा समाज का साम्प्रदायिकरण किया जा रहा है, तो हमें काकोरी के अमर शहीदों की सांझी विरासत को आगे बढ़ाते हुए इन शहीदो से प्ररेणा लेने की आवश्यकता है।
गुडगाँव : मज़दूरों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

गुडगाँव। CAA-NRC के विरोध में गुड़गांव की हेमा, एम के , शिवम, बेलसोनिक, हौंडा, निपोनो, इंकलाबी मज़दूर केंद्र, एटक, AIUTUC आदि यूनियनों के प्रतिनिधियों व मज़दूर संगठनों ने DC गुड़गांव के मार्फ़त भारत के राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।