संगठन की प्रमुख माँगें पुरानी पेंशन की बहाली, सेस के कर्मियों जीपीएफ, समयबद्ध वेतनमान, विशेष वेतन वृद्धि, संविदा व कंप्यूटर ऑपरेटर्स को खाली पदों पर समायोजित करने की हैं।
विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन ने मांगों को लेकर सात अप्रैल से चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। साथ ही चेतावनी दी है कि सार्थक परिणाम न निकला तो कामकाज ठप कर दिया जाएगा। संगठन की राजधानी में नरही स्थित केंद्रीय कार्यालय पर हुई बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अवस्थी ‘बब्बू’ ने कहा कि प्रबंधन की मनमानी, नियम विरुद्ध कार्य प्रणाली व सहमति के बाद आदेश न जारी होने के खिलाफ तीन चरणों का आंदोलन होगा।
पहले चरण में 7 अप्रैल को सभी कर्मचारी काला फीता बांधकर जिला मुख्यालयों व मुख्य अभियंता कार्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देंगे। दूसरे चरण में 18 अप्रैल को छात्रों, युवाओं व मजदूरों से जुड़ी मांगों को लेकर बैठकें की जाएंगी। तीसरे चरण में 21 अप्रैल को सभी वरिष्ठ पदाधिकारी केंद्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रबंध निदेशक वाराणसी कार्यालय पर सभा करेंगे। इसके बाद पीएमओ को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बाद भी कोई सार्थक परिणाम न निकला तो कामकाज ठप किया जाएगा।
ये हैं मुख्य मांगे: केंद्रीय अध्यक्ष ने बताया कि संगठन की प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन की बहाली, सेस के कर्मियों को जीपीएफ व्यवस्था बहाल करने, तृतीय श्रेणी कर्मियों का ग्रेड पे 4800-5400-6600 करते हुए समयबद्ध वेतनमान शक्ति भवन मुख्यालय की भांति देने, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को विशेष वेतन वृद्धि देने और संविदा व कंप्यूटर ऑपरेटर्स को खाली पदों पर समायोजित करने की मांगें प्रमुख हैं।
अमर उजाला से साभार