यूपी: योगी राज में रोडवेज का किश्तों में निजीकरण जारी; अब इटावा डिपो वर्कशॉप की बारी

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यूपी के 19 डिपो के मेंटीनेंस कार्य को निजी हाथों में सौंपने के बीच 15 डिपो को निजी हाथों में सौंप दिया गया है। अब इटावा सहित बाकी चार डिपो भी निजी कंपनी के हवाले किए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित इटावा डिपो वर्कशाप का निजीकरण कर दिया गया है। निजी कंपनी अब 63 बसों के रखरखाव का जिम्मा संभालेगी। इससे वर्कशाप के स्थायी संविदा और ठेका कर्मचारियों में नौकरी जाने का डर है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने यूपी के 19 डिपो के अंदर होने वाले मेंटीनेंस कार्य को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की है।

इटावा। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित होने वाली रोडवेज की इटावा डिपो वर्कशॉप का अब निजीकरण कर दिया गया है। वर्कशॉप पर रोडवेज की 63 बसों के मेंटीनेंस कार्य की जिम्मेदारी निजी कंपनी संभालेगी। अभी तक यह कार्य रोडवेज के स्थाई, संविदा और ठेका कर्मी करते थे। लेकिन सरकार के फैसले के बाद रोडवेज इटावा डिपो वर्कशॉप के कर्मचारियों को अपनी नौकरी जाने का डर सताने लगा है।

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने यूपी के 19 डिपो के अंदर होने वाले मेंटीनेंस कार्य को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की है। इसमें से 15 डिपो को निजी हाथों में सौंप दिया गया है। बाकी चार डिपो भी प्राइवेट कंपनी के हवाले किए जाएंगे। इस लिस्ट में इटावा रोडवेज बस डिपो का वर्कशॉप भी शामिल है।

इटावा डिपो के वर्कशॉप में वर्तमान में 63 बसों के मेंटेनेंस का कार्य किया जाता है। निजीकरण के बाद इन सभी रोडवेज बसों की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी संभालेगी। वर्तमान में इटावा डिपो के वर्कशॉप में लगभग आधा सैकड़ा स्थाई, संविदा और ठेका के कर्मचारी अभी कार्यरत हैं। वर्कशॉप के निजी हाथों में जाने से सभी कार्यरत कर्मचारियों में नौकरी जाने का डर भी सताने लगा है।

इटावा डिपो के वर्कशॉप में तैनात सीनियर इलेक्ट्रीशियन गोविंद दोहरे ने कहा कि हम लोगों को पता चला है कि इटावा डिपो वर्कशॉप सहित कई जिले के वर्कशॉप निजी कंपनियों को दे दिए गए हैं। अब यहां इटावा वर्कशॉप में जो काम कर रहे हैं वह भविष्य को लेकर चिंतित है, सभी को भविष्य खतरे में नजर आ रहा है। चिंता बढ़ गई है, निजी कंपनी क्या इन कर्मचारियों को रखेगी या नहीं यह अभी तय नहीं हुआ है।

इटावा डिपो वर्कशॉप पर बसों के मेंटीनेंस कार्य निजी कंपनी के हाथों में जाएगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, दिल्ली की आरके आटो मोबाइल कंपनी को इसका ठेका मिला है। लेकिन वर्कशॉप पर मेंटीनेंस कार्य की मैनपावर को हैंडओवर करने में अभी कुछ महीने लगेंगे। उन्होंने कहा कि किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएंगी, जो कर्मचारी इटावा वर्कशॉप पर तैनात हैं उन्हें अन्य जगह पर समायोजित किया जाएगा।