पौने दो लाख अनियमित कर्मचारी जाएंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

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माँगें- समस्त अस्थाई कर्मचारी को नियमित हों; छंटनीशुदा अस्थाई कर्मचारियों की बहाली हो; आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा समाप्त हो; अंशकालिक कर्मचारियों पूर्णकालीन हों; सभी मुकदमे वापस हों।

रायपुर। प्रदेश में विभिन्ना विभागों के करीब एक लाख 80 हजार अनिमित कर्मचारी एक सितंबर से पूर्ण कामबंदी के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। पांच सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को कर्मचारी संघ ने बूढ़ातालाब धरनास्थल पर चेतावनी सभा की। कर्मचारी संघ का कहना था कि सरकार समय सीमा में प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों को नियमित करे।

प्रांतीय अध्यक्ष रवि गडपाले व प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि चेतावनी सभा में 32 से अधिक कर्मचारी संगठन के लाखों अनियमित कर्मचारी शुक्रवार को एक दिवसीय अवकाश पर रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वादा किया था कि 10 दिन में नियमितीकरण होगा, लेकिन अब साढ़े तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं।

पिछले तीन वर्षों में नियमितीकरण के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट पूरी नहीं हुई है। सरकार कर्मचारियों का डाटा भी इकट्ठा नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों की ओर सरकार को ध्यान दिया जाना चाहिए। आज की हड़ताल में 32 संगठनों का समर्थन प्राप्त था।

ये हैं मांगें

1. समस्त अनियमित कर्मचारी-अधिकारियों को नियमित किया जाए।

2. पिछले वर्षों में निकाले गए, छंटनी किए गए, अनियमित कर्मचारियों की बहाली हो।

3.शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त किया जाए।

4. अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालीन किया जाए।

5. न्यायालय में चल रहे 15 अनियमित मुकदमे वापस लिए जाएं।

अनियमित कर्मचारी महासंघ का कहना था कि शुक्रवार को उनकी चेतावनी सभा की वजह से उनसे जुड़े सभी 32 विभागों में कामकाज प्रभावित रहा। अनियमित कर्मचारियों की सभी मांगें जायज हैं और इन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से विभागों के काम की रफ्तार और रुक जाएगी।