टाटा मोटर्स यूनियन पंतनगर ने नए समझौते के लिए प्रबंधन को दिया माँगपत्र

यूनियन ने कामगारों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान हेतु वर्तमान महंगाई को देखते हुए माँग पत्र दिया है। परिवर्तनीय वेतन की जगह यूनियन ने प्रबंधन का ध्यान मूल वेतन की ओर आकर्षित किया है।
पंतनगर (उत्तराखंड)। नए वेतन समझौते के लिए टाटा मोटर्स लिमिटेड श्रमिक संघ सिडकुल पन्तनगर उधमसिंहनगर ने 27 जनवरी को अपना माँग पत्र टाटा मोटर्स प्रबंधन को सौप दिया है। टाटा मोटर्स में लागू समझौता की अवधि 31 मार्च 2022 को समाप्त हो रही है।
यूनियन यूनियन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने कामगारों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान हेतु वर्तमान महंगाई को देखते हुए माँग पत्र दिया है। पिछले समझौते में परिवर्तनीय वेतन में कामगारों की वेतन कटौती के कारण जो नुकसान हुआ है उस पर यूनियन ने प्रबंधन का ध्यान मूल वेतन की ओर आकर्षित किया है। साथ ही कामगारों की सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की गई है।
माँगपत्र में परिवर्तनीय वेतन की जगह मूल वेतन में बृद्धि, मेडिकल सुविधाओं में बढ़ोत्तरी जो लंबे समय से नही हुई, कंपनी द्वारा कामगार के बच्चो की शिक्षा, सबके लिए शिफ्ट 8 घण्टे करने, टाटा की गाड़ियों में कामगारों को छूट, लम्बी सर्विस आवर्ड की माँग, छुटियों में बढ़ोत्तरी, गृह ऋण में बढ़ोत्तरी, किसी कामगार की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को नौकरी, नए श्रमिकों का स्थाईकरण आदि मांग शामिल है।
यूनियन अध्यक्ष नवीन जोशी ने बताया कि टाटा मोटर्स का पन्तनगर प्लांट टाटा का एक ड्रीम प्लांट है। जिसकी उन्नति और उत्पादकता का श्रेय कारखाने के कामगारों को जाता है। कामगार पूरी लगन निष्ठा से कारखाने को विश्वस्तरीय बनाने के लिये हमेशा प्रयासरत रहते है। जिसका उदाहरण आज टाटा मोटर्स की चौतरफा उन्नति है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में कामगारों के वेतन व सुविधाओं में टाटा मोटर्स की प्रतिष्ठा व व्यापक महँगाई को देखते हुए सम्मानजनक व न्यायपूर्ण बृद्धि बेहद जरूरी है। माँगपत्र उसी आधार पर दिया गया है और शांतिपूर्ण माहौल में यूनियन सर्वसम्मति से समझौते के लिए प्रयासरत रहेगी।