तमिलनाडु: परीक्षा देने जा रहे दलित छात्र को बस से घसीटकर मारा गया, उंगलियां काटी गईं

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हमला दिनदहाड़े हुआ, जब पीड़ित बस में जा रहा था। एक ईंट भट्ठा मजदूर के इस बेटे का गुनाह यह था कि कबड्डी मैच में उसकी टीम ने उच्च जाति के प्रतिद्वंद्वियों को हराया था।

नई दिल्ली: तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले में सोमवार (10 मार्च) को परीक्षा देने जा रहे अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के 11वीं कक्षा के छात्र पर हमला कर उनकी तीन उंगलियां काट दी गईं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, परिवार का आरोप है कि यह हमला जातिगत तनाव के कारण किया गया. पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया है.

छात्र के परिवार ने कहा कि यह हमला एक कबड्डी मैच में उसकी भूमिका से पैदा हुए गुस्से के कारण हुआ, जिसमें उसकी टीम ने ‘उच्च’ जाति के प्रतिद्वंद्वियों को हराया था. हालांकि, पुलिस ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह हमला छात्र और कथित उच्च जाति की लड़की के बीच कथित प्रेम संबंध से जुड़ा है.

जांच से वाकिफ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, छात्र के पिता द्वारा दर्ज की गई प्रारंभिक शिकायत में हमले का कारण कबड्डी मैच बताया गया था. लेकिन प्रारंभिक जांच और हिरासत में लिए गए नाबालिगों (सभी पीड़ित के सहपाठी) से पूछताछ से पता चला कि हिंसा की वजह हिरासत में लिए गए लड़कों में से एक की बहन के साथ छात्र का कथित संबंध था, जो थेवर समुदाय से ताल्लुक रखता है.

यह हमला दिनदहाड़े हुआ, जब पीड़ित बस में जा रहा था.

द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की पहचान अरियानायागीपुरम के एक ईंट भट्ठा मजदूर के बेटे देवेंद्रन के रूप में हुई है. आरोपियों ने जब हमला किया वह तिरुनेलवेली जिले के पलायमकोट्टई में अपने स्कूल के लिए जा रहा था. फिलहाल उनकी हालत गंभीर है, उनका तिरुनेलवेली जिले के एक सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है.

पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीन नाबालिगों ने कथित तौर पर बस को रोका, लड़के को बाहर निकाला और उस पर हमला किया।  हमले के दौरान उसके बाएं हाथ की तीन उंगलियां कट गईं. उनके पिता, जिन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की, उन पर भी हमला किया गया और उन्हें सिर सहित कई जगह चोटें आईं. जब तक आसपास खड़े लोग उनकी मदद के लिए दौड़े, हमलावर भाग निकले.

लड़के को पहले श्रीवैकुंठम सरकारी अस्पताल ले जाया गया, उसके बाद उसे तिरुनेलवेली सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कटी हुई उंगली को जोड़ने के प्रयास में सर्जरी की.

जाति अपराधों के लिए विशेष पुलिस इकाई की मांग

इस घटना से आक्रोश फैल गया है तथा छात्र के परिवार और स्थानीय कार्यकर्ता न्याय की मांग कर रहे हैं. द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) के अध्यक्ष और चिदंबरम के सांसद थोल थिरुमावलवन ने मांग की है कि राज्य सरकार थूथुकुडी जिले में एक दलित किशोर पर क्रूर हमले के बाद जाति आधारित अत्याचारों को रोकने के लिए एक विशेष पुलिस खुफिया इकाई स्थापित करे.

एक बयान में थिरुमावलवन ने कहा कि देवेंद्रन की कटी हुई उंगलियों को फिर से जोड़ने के लिए सर्जरी चल रही है, लेकिन एक उंगली नहीं मिल पाई. क्रूर हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि देवेंद्रन अरियानायगीपुरम कबड्डी टीम का सदस्य था, जिसने इस महीने की शुरुआत में केट्टियामलपुरम टीम के खिलाफ जीत हासिल की थी.

वीसीके अध्यक्ष ने मांग की, ‘दक्षिणी जिलों, खासकर तिरुनेलवेली और थूथुकुडी में जाति आधारित हिंसा और हत्याएं लगातार हो रही हैं. तमिलनाडु सरकार को जातिगत अत्याचारों को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हें जाति आधारित हिंसा को रोकने के लिए एक विशेष खुफिया टास्क फोर्स का गठन करना चाहिए.’