जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

1921 में जलियांवाला बाग जैसा बड़ा नरसंहार। अन्याय से पीड़ित पैदल ही अपने पैतृक गाँव जा रहे हजारों बागान श्रमिकों…

अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस पर: भारत में महिला घरेलू कामगारों की वह पहली हड़ताल

घरेलू कामगार महिलाओं का मज़दूरी ही नहीं, कार्य स्थल पर यौन उत्पीडन, छूआछूत, चोरी के झूठे आरोप सहित रोज़मर्रा की…

दमन : 16 मई, 1967 का मज़दूर संघर्ष; जब कालागढ़ डाम मज़दूरों के खून से हुआ था सराबोर

इस कांड में कितनी मौत हुईं, कुछ पता नहीं। पीएसी ने अनगिनत मज़दूरों के शव को ट्रक में भरकर रामगंगा…

24 फरवरी, 1971 : जे.के.सिंथेटिक्स, कोटा का वह नृशंस गोलीकांड जिसमें 8 श्रमिक शहीद हुए थे

गोलीकांड स्थल का दृश्य अत्यधिक डरावना और वीभत्स था। कारखाने के गेट के सामने ताज़ा लहू के निशान, शहादत की…