सफाई कर्मचारियों की झाड़ू डाउन हड़ताल जारी

WhatsApp Image 2021-01-21 at 08.52.39

स्थाई-अस्थायी सफाईकर्मी आंदोलन की राह पर

दिवाली से पहले रखे 419 सफाई श्रमिकाें काे दाे माह का मानदेय नहीं मिलने से नाराज सफाई कर्मचारियाें ने बुधवार काे तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी। अखिल भारतीय सफाई मजदूर यूनियन के नेतृत्व में स्थायी व अस्थायी सफाई कर्मचारियों तथा ट्रैक्टर-ट्रॉली ड्राइवरों व हेल्परों ने झाड़ू डाऊन हड़ताल रखकर रोष मार्च निकाला। गुरुवार सुबह नगरपरिषद व कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन करेंगे।

अध्यक्ष उमेश वाल्मीकि तथा संयोजक अनिल धारीवाल ने बताया कि बुधवार काे सुबह 11 बजे स्थायी व अस्थायी सफाई कर्मचारी तथा ट्रैक्टर-ट्रॉली ड्राइवर, हेल्पर एवं गैराज में कार्यरत कर्मचारी परिषद के मुख्य गेट के समक्ष गंगासिंह चाैक पर एकत्रित हुए।

यहां सर्वप्रथम सफाई कर्मचारियों की सभा हुई। सभा को उमेश वाल्मीकि अनिल धारीवाल, दीपक चांवरिया, समीर वाल्मीकि, बंटी वाल्मीकि, महेन्द्र काली, रामशरण कोचर, प्रेमचंद भाटिया, सुरेश भाटिया, श्रवण सारसर, संजय चावरिया आदि ने संबाेधित किया।

मांगाें के समर्थन में नारेबाजी करते हुए नगरपरिषद के मुख्य गेट पर पहुंचे कर्मी

संयोजक अनिल धारीवाल ने बताया कि रोष मार्च गंगासिंह चाैक से शुरू होकर रेलवे स्टेशन रोड, स्वामी दयानंद मार्ग, रविन्द्र पथ, गोल बाजार, अंबेडकर चाैक, गांधी चाैक, कोतवाली रोड, सिविल लाइन्स होते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय के समक्ष पहुंचा, जहां पर सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की।

सफाई कर्मचारियाें की मांगें

अस्थायी सफाई कर्मचारियों को गत दो माह का वेतन भुगतान अविलंब करना।

सफाई कर्मचारियों की भर्ती वर्ष 2018 में लगे सफाई कर्मचारियों का स्थायीकरण व नियमितिकरण करना।

गैराज में कार्यरत अस्थायी ड्राइवरों को माह दिसंबर 2020 का मानदेय देना। ,

शहर के क्षेत्रफल व जनसंख्या को देखते हुए नया सफाई ठेका अतिशीघ्र करना।

भाजपा का सवाल नगरपरिषद ने शहर में वाहवाही लूटने के लिए होर्डिंग किस मद से लगाए: आहूजा

नगरपरिषद के 419 सफाई कर्मियों को से दो माह काम करवाया, काम करवाकर इन श्रमिकों को भुगतान न करने पर भाजपा नेत्री विनीता आहूजा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कोरोना वैश्विक बीमारी में इन श्रमिकों ने कोरोना योद्धा बनकर श्रीगंगानगर शहर की सेवा की है, ऐसे में इन गरीब श्रमिकों को मानदेय न मिलना बड़े अचरज की बात है।

नगरपरिषद को तुरंत इन श्रमिकों को वेतन देना चाहिए। कुछ दिन पूर्व झूठी वाहवाही लूटने के लिए शहर में सैकड़ों होर्डिंग्स लगवाकर लाखों रुपए नगर परिषद ने व्यर्थ खर्च कर अपना प्रचार-प्रसार किया है।

परंतु इन श्रमिकों के भुगतान के लिए नगरपरिषद के पास पैसा नहीं है। नगरपरिषद को स्पष्ट करना चाहिए कि अधिकारियों व नेताओं ने शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग किस मद से लगवाए हैं। इन पर कुल कितनी राशि खर्च हुई है इसे शहर की जनता के सामने सार्वजनिक करना चाहिए। आज 3 दिन से शहर से कचरा उठाव नहीं हुआ है नाले नालियां सड़ांध मार रहे हैं, जगह-जगह कचरा बिखरा पड़ा है, जिससे कभी भी महामारी फैल सकती है।

उमेश वाल्मीकि ने कहा कि आज सुबह 11 बजे सफाई कर्मचारी नगरपरिषद के मुख्य गेट के समक्ष इकट्ठे होकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। अस्थायी व स्थायी सफाई कर्मचारियों का शोषण किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा जब तक सफाई कर्मचारियों की मांगों का निराकरण नहीं होता है, तब तक धरना-प्रदर्शन आंदोलन व हड़ताल जारी रहेगी।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दीपक चांवरिया, महामंत्री समीर वाल्मीकि, पार्षद बंटी वाल्मीकि, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र काली, रामशरण कोचर, प्रेमचंद भाटिया, पार्षद बलजीत बेदी, सुरेश भाटिया, संजय सरबटा, श्रवण सारसर, रामकिशोर वाल्मीकि सहित अन्य माैजूद रहे।

दैनिक भास्कर से साभार

भूली-बिसरी ख़बरे