‘संघर्षरत मेहनतकश’ पत्रिका ( जनवरी-मार्च, 2020 )

इस अंक की प्रमुख सामग्री-
अपनी बात :
-बजट : मुनाफे की बलिबेदी पर खड़ा मज़दूर वर्ग
आवरण कथा :
-वर्ष 2019 : मेहनतकश जनता के लिए क़यामत का साल
-हड़ताल सम्पन्न, अब आगे क्या होगा?
ज़़मीनी हक़़ीक़़त :
-दिल्ली का वज़ीरपुर औद्योगिक क्षेत्र
मज़दूरनामा :
-शिवम ऑटोटेक के मज़दूरों की जीत
-जारी है होंडा के ठेका मज़दूरों का संघर्ष
-उत्तराखण्ड : कई कम्पनियों के मज़दूर आन्दोलित
विरासत :
-भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले
-नौ सेना के बहादुर सिपाही
विशेष लेख :
-सीएए, एनआरसी, एनपीआर का मक़सद क्या है?
आन्दोलन :
-जनविरोधी सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खि़लाफ औरतों का इंक़लाब
विश्व पटल :
-फ्रांस : 200 साल की सबसे बड़ी हड़ताल
-चिली में जनता के शानदार संघर्ष के तीन महीने
साहित्य :
-असग़र वजाहत की लधु कथाएँ
-सरला महेश्वरी की कविता : हाँ
चित्र कथा :
-मालती के अच्छे दिन
(संकटों के बीच इस द्वैमासिक पत्रिका का यह अंक त्रैमासिक निकलना पड़ा।)