दमन के बीच महाराष्ट्र में राज्य मार्ग परिवहन कर्मचारियों की राज्यव्यापी हड़ताल जारी

सरकार सैकड़ों कर्मचारियों को निलंबित कर चुकी है, कर्मचारियों के टायलेट और ठहरने के स्थानों पर ताले लगा दिए हैं, लेकिन कर्मचारी पूरे जोश से संघर्ष के मैदान में डटे हुए हैं।
महाराष्ट्र में राज्य मार्ग परिवहन महामंडल का सरकार में विलीनीकरण करने की प्रमुख मांग को लेकर एसटी कर्मचारी लगातार 17 वें दिन भी हड़ताल पर डटे रहे़। इस दौरान कर्मचारियों के निलंबन, गेस्ट हाउस, टायलेट आदि बंद करने सहित तमाम दमनात्मक कदमों के बावजूद कर्मचारियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है।
बता दें कि हड़ताल करने वाले कर्मचारियों को नौकरी पर तत्काल लौटने का आदेश प्रशासन की ओर से जारी किए है़ किंतु, जब तक मांग पूर्ण नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रखने की कर्मचारियों ने संकल्प ली है।
एसटी कर्मचारियों की यह हड़ताल राज्य और जिले के सभी डिपो में जारी है़।
इस दौरान हड़ताल को विविध संगठन तथा पार्टियों द्वारा समर्थन दिया जा रहा हैं. तो इस हड़ताल को अब कर्मचारियों के परिवार ने समर्थन देकर हड़ताल में जाकर बैठे हैं। इधर निलंबन से आक्रोशित कर्मचारियों के परिवार की महिला, बच्चे रात कड़ी ठंड में बस स्टैण्ड परिसर में धरण स्थल पर समर्थन देने के लिए पहुंचे।
इस बीच दमन का दौर भी तेज हो गया। एसटी महामंडल प्रबंधन ने गुरुवार तक राज्य में 2,053 हड़ताली कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था, जो लगतर जारी है। ठाणे के खोपत डिपो में स्थित स्टाफ रेस्ट हाउस को बंद कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों को उनके कपड़े और बैग के साथ बाहर निकाल लिया गया है। डिपो मैनेजर ने दोनों टॉयलेट पर ताला लगा दिया है।
इसके बावजूद दिन प्रतिदिन हड़ताल तेज होती जा रही है।