पारले बिस्किट कंपनी के उधम सिंह नगर के पंतनगर और सितरगंज में दो प्लांट हैं। जहाँ प्रबंधन की दमनकारी नीतियों, शोषण और भारी मुनाफे के बावजूद वेतन न बढ़ाने से मज़दूरों में आक्रोश व्याप्त है।
माँगों को लेकर विधायक को दिया ज्ञापन
सितरगंज (उत्तराखंड)। विभिन्न मांगों को लेकर सितारगंज सिडकुल स्थित पारले बिस्किट कंपनी के श्रमिकों लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पारले श्रमिक संघ के बैनर तले श्रमिक लगातार अपनी मांगों को लेकर लामबंद हैं लेकिन प्रबंधन श्रमिकों की मांगों को सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में श्रमिकों में रोष बढ़ रहा है।
पारले श्रमिकों की माँग है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा श्रमिकों का शोषण व दुर्व्यवहार बंद हो, माँगपत्र के निस्तारण के साथ समस्त श्रमिकों की वेतन व सुविधाओं में वृद्धि हो। 11-12 साल से काम कर रहे ठेका श्रमिकों को स्थाई किया जाए, प्रबंधन के अनुचित श्रम व्यवहार व सजिशपूर्ण कार्यवाहियों पर रोक लगे, प्रतिशोधवश किसी भी श्रमिक को निकाल ना जाए आदि।
जिले में दो प्लांट, दोनों में दमन-शोषण
बिस्किट बनाने वाली नामी कंपनी पारले के उधम सिंह नगर जिले में दो प्लांट पंतनगर और सितरगंज में हैं। दोनों प्लांटों में प्रबंधन की दमनकारी नीतियों और शोषण के कारण मजदूरों में लगातार आक्रोश बढ़ रहा है।
पंतनगर प्लांट में सन 2012 में यूनियन बनी थी, तबसे वहाँ दमन जारी है। दर्जनों मज़दूर निकाले जा चुके हैं। वहाँ कई माँगपत्र लंबित हैं, जिनका समाधान वर्षों से नहीं हुआ। इसी तरह सितरगंज प्लांट में भी जबसे यूनियन बनी है प्रबंधन का प्रतिशोध और बढ़ गया है।
जबरदस्त मुनाफा, लेकिन वेतन वृद्धि नहीं
पारले श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोनू राठौर ने कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वारा यूपी बिहार से श्रमिकों को लाकर दैनिक वेतन पर (ठेकेदारी में) कार्य करवाया जा रहा है, जबकि कंपनी में पिछले 11-12 वर्षों से कार्यरत कुशल व स्थानीय श्रमिकों को तरह-तरह के बहाने बनाकर कंपनी बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। कंपनी द्वारा 12 वर्षों से काम कर रहे मजदूरों को कंपनी का पहचानपत्र तक नहीं दिया जाता है।
पारले श्रमिक संघ के महामंत्री अमरीक सिंह ने कहा कि वर्ष 2018 के बाद श्रमिकों की कोई वेतन वृद्धि नहीं हुई है। जब भी वेतन बढ़ाने की माँग श्रमिकों के द्वारा की जाती है, प्रबंधन द्वारा वित्त व कोविड का हवाला देते हुए माँग खारिज कर दी जाती है, जबकि कंपनी ने सितारगंज प्लांट से रिकॉर्ड प्रोडक्शन होता है। कोरोना के समय में लगातार प्लांट चला और जबरदस्त उत्पादन और मुनाफा हुआ।
स्थानीय विधायक को दिया ज्ञापन, मिल आश्वासन
इन्हीं समस्याओं को लेकर सितरगंज प्लांट के मज़दूरों ने रविवार को पारले मज़दूर संघ के बैनर तले सितरगंज के क्षेत्रीय विधायक सौरभ बहुगुणा से मुलाकात करके ज्ञापन दिया। उन्होंने पारले श्रमिकों की समस्याओं को सुना और प्रबंधन के उच्च अधिकारियों से वार्ता कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।