शाहजहांपुर मोर्चे पर आये तूफान से भारी नुकसान : आमजन से सहयोग की अपील

मुक्केबाज स्वीटी बुरा ने किसानों को समर्पित किया एशियाई चैंपियनशिप का पदक
जनविरोधी कृषि क़ानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के शाहजहांपुर मोर्चे पर आये तूफान से भारी नुकसान पर सयुंक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आमजन से सहयोग की अपील की है। एसकेएम ने बताया कि मुक्केबाज स्वीटी बुरा ने एशियाई चैंपियनशिप का पदक किसानों को समर्पित किया है। एसकेएम ने सभी फसलों पर सभी किसानों को एमेसपी पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे अपने मन की बात में किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
एसकेएम ने बताया कि शनिवार को शाहजहांपुर बॉर्डर पर आये भयंकर तूफान के कारण बड़े पैमाने पर किसानों के टेंट, मंच, लंगर एवं अन्य सामान का नुकसान हुआ है। किसानों के टेंट पुरी तरह उखड़ गए। जब किसानों ने स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की तो उन्हें गंभीर चोटें भी आई। सयुंक्त किसान मोर्चा समाज कल्याण के संगठनों और आम जन से निवेदन करता है कि शाहजहांपुर बॉर्डर पर हर संभव मदद पहुंचाई जाए ताकि वहां पर धरना दे रहे किसानों को कोई भी दिक्कत ना हो।
एसकेएम ने कहा कि अपने मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ शब्द किसानों और कृषि के बारे में कहे। प्रधानमंत्री तीन कृषि कानूनों और सभी फसलों पर सभी किसानों को उचित एमएसपी की गारंटी के सवाल पर चुप रहे। सरकार के नुमाइंदे सांकेतिक रूप में एक-दो फसलों के बारे में बात कर रिकॉर्ड व ऐतिहासिक बता कर मीडिया में सुर्खियां बटोर लेते है परंतु असल मायनों में सभी फसलों और सभी किसानों की बात नहीं करते।
संयुक्त किसान मोर्चा समझता है कि तीनों कृषि कानून सम्पूर्ण देश के किसान और आमजन के खिलाफ है और संपूर्ण देश के किसानों को प्रभावित करेंगे। प्रधानमंत्री ने सिर्फ सरसों की खरीद के बारे में बात कर फिर वह रवैया दोहराया है जिसमें सरकार किसानों की मांग पर सुने बगैर अपने मन की ही बात करती है। मोर्चा ने अपील करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में देश के किसानों की उचित मांगों पर विचार करना चाहिए।
भारतीय मुक्केबाज स्वीटी बूरा ने हाल ही में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने घोषणा की है कि उनका यह पदक किसानों को समर्पित है एवं शहीद किसानों को श्रद्धांजलि है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि जल्द से जल्द किसानों से बातचीत कर उनकी मांगे मानी जाएं।
किसानों का लगातार दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचना जारी है। रविवार को रोहतक से किसानों का बड़ा जत्था अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में टिकरी बॉर्डर पर पहुंचा। ठीक इसी तरह सिंघु बॉर्डर पर भी सैकड़ों की संख्या में किसान धरने पर पहुंचे।
सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा 185वें दिन, 30 मई को जारी बयान, जारीकर्ता – बलवीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मौला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव, अभिमन्यु कोहाड़।