दिल्ली के जंतर मंतर पर विभिन्न माँगों के साथ स्कीम वर्कर्स ने किया प्रदर्शन

5 हज़ार से अधिक आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजन, आशा, ब्लॉक फैसिलिटेटर आदि कार्यकर्ता शामिल। सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, सामाजिक सुरक्षा, मातृत्व लाभ सहित अन्य सुविधाएं की माँग।
देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर स्कीम वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर रैली प्रदर्शन किया।
एटक के आवाह्न पर बीते मंगलवार 28 मार्च को देश भर से पाँच हज़ार से अधिक योजना कार्यकर्ता – आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजन, आशा कार्यकर्ता और ब्लॉक फैसिलिटेटर और महाराष्ट्र के यूएमईडी कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए।
एटक द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक रैली में शामिल हुई महिला कार्यकर्ताओं की मांग है कि उनको सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाये। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा और मातृत्व लाभ सहित अन्य सुविधाएं भी दी जाएं।
एटक के सदस्यों का कहना है कि देशभर में आशा कार्यकर्ताओं के सराहनीय काम की वजह से ही भारत की मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर में सुधार हुआ है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मध्याह्न भोजन कार्यकर्ताओं की वजह से स्कूल छोड़ने वाले बच्चों के आकड़े में भी काफी सुधार हुआ है।
एटक का आरोप है कि इस सभी सफल कार्यों के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजन, आशा वर्कर्स को पर्याप्त रूप से स्वीकार और सराहा नहीं गया है। भले ही, डब्ल्यूएचओ ने आशा कार्यकर्ताओं को ग्लोबल हेल्थ लीडर्स का पुरस्कार प्रदान किया हो।
दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान आशा, आंगनवाड़ी और मध्याह्न भोजन वर्कर्स ने बड़े स्तर पर टीकाकरण और अन्य काम किये थे। वहीं वर्कर्स यूनिटी ने अपनी पिछली रिपोर्ट्स में पाया है कि कई राज्यों में महामारी के दौरान अनागबाड़ी वर्कर्स को उनकी मज़दूरी का भी भुगतान नहीं किया गया है।
एटक का कहना है कि सभी स्कीम वर्कर्स “योजना कार्यकर्ता” के रूप में नामित स्कीम के लिए काम करती है। उनका कहना है कि देश में कोई भी योजना एक समय सीमा के आधार पर तैयार किया जाता है। लेकिन उन योजनाओं में जो भी काम किया जाता है वह आवश्यक, शाश्वत, स्थायी और चिरस्थायी होता है।
मंगलवार को आयोजित रैली में एटक के साथ नेशनल आशा वर्कर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया आंगनवाड़ी वर्कर्स फेडरेशन और ऑल इंडिया मिड-डे मील वर्कर्स फेडरेशन भी शामिल हुई।
एटक की महासचिव कॉमरेड अमरजीत कौर ने रैली का उद्घाटन किया। भाकपा (बिनॉय विश्वम) डीएमके (एम. शनमुगम) जैसे विपक्षी दलों के सांसदों ने रैली को संबोधित किया और अपना समर्थन दिया। कॉमरेड (डॉ.) भालचंद्र कांगो, सीपीआई सचिव, सुकुमार दामले, अध्यक्ष, एम.आर.आंगनवाड़ी-बलवाड़ी कर्मचारी यूनियन ने भी रैली को संबोधित किया।
वर्कर्स यूनिटी से साभार