सावित्री-फ़ातिमा के संकल्प की लौ को जलाए रखते हैं उनके जयंती समारोह

उत्तर भारत में 3 से 9 जनवरी के बीच सावित्रीबाई फुले और फ़ातिमा शेख़ की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

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जयपुर – गुड़गाँव – दिल्ली से रिपोर्ट

सावित्री बाई फुले और फ़ातिमा शेख का जन्म 1831 में 3 जनवरी और 9 जनवरी को महाराष्ट्र में हुआ था। इन महिलाओं के संघर्ष आज भी हमारे देश में जाति, धर्म और लिंग भेद के ख़िलाफ़ खड़े प्रगतिशील लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर के रूप में मौजूद हैं। सावित्री के हमसफ़र और सत्यशोधक समाज के संस्थापक ज्योतिबा फुले और फ़ातिमा के भाई उस्मान व अपने बाकी साथियों के साथ मिलकर इन्होंने शिक्षा और समाज पर उच्च जाति के कब्ज़े के खिलाफ़ ज़बरदस्त संघर्ष चलाया। खुद समाज की रुढ़िवादी विचारों से लड़ कर भारत की पहली महिला शिक्षिकाएं बनीं सावित्रीबाई और फ़ातिमा शेख़ ने हर धर्म और जाति के बच्चों व लड़कियों के लिए स्कुल खोले। साथ ही जाति – धर्म आधारित भेदभाव को मिटाने, विधवा और बेसहारा गर्भवती महिलाओं व मानव जीवन में सम्मान और समानता के लिए खुद की जिंदगी दाव पे लगाने जैसे क्रांतिकारी कामों में वे ऊर्जा के साथ आगे आईं।

क़रीब दो सौ साल बाद भी उनके प्रयासों की हमारे समाज में विशेष प्रासंगिकता है। उनके द्वारा छेड़ा गया संघर्ष आज भी अधूरा है। आज शिक्षा के निजीकरण और भगवाकरण के दौर में  विशेषकर समाज के दमित हिस्से तक शिक्षा पहुँचाने का संकल्प व समाज मुखी शिक्षा के उचित रूप को स्थापित करने में इनके  योगदान को जनता के बीच ले जाने की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। वहीं जाति – लिंग आधारित भेदभाव व सांप्रदायिक बटवारे के ख़िलाफ़ एकजुटता की मिसाल को स्थापित करना भी बेहद ज़रूरी है। इसी दृष्टि से उत्तर भारत में 3 से 9 जनवरी के बीच सावित्रीबाई फुले और फ़ातिमा शेख़ की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

गुड़गाँव में आयोजित 7वाँ सावित्री बाई फुले जन्मोत्सव समारोह

नये वर्ष का स्वागत करते हुए 3 जनवरी को गुड़गाँव में सावित्रीबाई जन्मोत्सव समिति और शिक्षा के साथी द्वारा सातवें सावित्रीबाई फुले जन्मोत्सव समारोह को धूमधाम से मनाया गया। आयोजन के एक महीने पहले से ही कार्यक्रम से संबंधित अन्य गतिविधि, कार्यशालाएँ और चर्चाओं का सिलसिला शुरू हो गया था। शीतला कॉलोनी ई ब्लॉक बस्ती, सीआरपीइफ़ कैम्प बस्ती, प्रेम नगर बस्ती, फ़िरोज़ गाँधी कॉलोनी और ग्रीनडेल्स स्कूल के बच्चों ने कार्यक्रम व कार्यशालाओं में उत्साहपूर्ण भागीदारी निभायी। इसके अतिरिक्त जयपुर के झलाना कच्ची बस्ती से सबकी लाइब्रेरी की टीम, व लुधियाना, पंजाब से युवाओं की टीम भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके साथ साथ कापसहेड़ा और मानेसर से मज़दूर और उनके परिवार व मारुति गुड़गाँव प्लांट की यूनियन ने भी समारोह में भागीदारी ली। समरोह में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पेशकश रही। नाच, संगीतमय नाटिका, एकांकी नाटक और गीतों के साथ साथ, बच्चों द्वारा की गई एनिमेशन और फ़िल्म कार्यशाला में बनायी गई एनिमेशन व फ़िल्म वीडियो व कंटेम्पररी नाच की प्रदर्शनी भी हुई। इसके साथ ही कार्यक्रम में जतन नाट्य मंच, रोहतक द्वारा प्रस्तुत कबीर भजन व क्रांतिकारी गीतों की पेशकश ने समारोह में एक अलग ही समा बांधा। 

दिल्ली में घरेलू कामगार यूनियन और उनके परिवारों की पहलकदमी में किया गया आयोजन

दक्षिण दिल्ली स्थित वसंत कुंज क्षेत्र में सबकी लाइब्रेरी और संग्रामी घरेलू कामगार यूनियन की सदस्यों ने मिल कर 7 जनवरी को ‘सावित्री-फ़ातिमा मेला’ का योजन किया। दिनभर के कार्यक्रम में अलग अलग विज्ञान प्रदर्शनियाँ हुई जो सबकी लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों ने एक डेढ़ हफ़्ते पहले से ही तैयार की थी। मेले की शुरुआत में कबड्डी, बोरी दौड़ जैसे खेलों का आयोजन हुआ। छात्रों ने किशन चंद्र की नाटिका ‘जामुन का पेड़’ खेला व कठपुतली और जादू का कार्यक्रम भी हुआ। बच्चों द्वारा तैयार गीत पेश किया गया साथ ही बस्ती के एक रैप गीत कलाकार ने अपनी पेशकश की। दोपहर में महिलाओं के लिए भी खेल का आयोजन किया गया। यह इस क्षेत्र में सावित्री-फ़ातिमा जयंती के आयोजन का दूसरा वर्ष था जिसमें विभिन्न प्रवासी मज़दूर परिवारों की भागीदारी रही।   

जयपुर झालाना कच्ची बस्ती में फ़ातिमा शेख़ जयंती

देश की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख के जन्मदिवस (9 जनवरी) के अवसर पर जयपुर में अपनी लाइब्रेरी और क्रांतिकारी नौजवान सभा द्वारा वाल्मीकि बस्ती, झालाना में बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में बस्ती के बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रोग्राम के शुरूआत में कविता पाठ व गीत हुए। बस्तीवसियों ने भी प्रोग्राम में सहायता की और फातिमा शेख के बारे में चर्चा की। प्रोग्राम में सारी ज़िम्मेदारी लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों ने ही निभाई। कार्यक्रम का अंत एक शानदार गीत से किया गया। कार्यक्रम के आयोजन के पहले 31दिसंबर 2023 को सबकी लाइब्रेरी द्वारा सावित्री बाई, फ़ातिमा शेख और उनके साथियों के जीवन, काम और विचारों पर गोष्ठी का आयोजन किया गया व कई महिला छात्रों और युवकों की एक टीम गुड़गाँव में आयोजित सावित्री बाई जन्मोत्सव समारोह में शामिल होने के लिए गुड़गाँव भी पहुँची।