शांतिपूर्ण उपवास पर बैठे कार्यकर्ताओं का दमन निंदनीय

अपराधियो से गठजोड़ और आंदोलनकारियों को जेल नही चलेगा!
हाथरस की अमानवीय घटना के विरोध में बदायूं के अम्बेडकर पार्क में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन व लोक मोर्चा तथा अन्य लोगो द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण उपवास का सामना दमन से हुआ जब पुलिस प्रशासन शांति पूर्वक उपवास पर बैठे लोगों को जबरिया उठाकर थाने ले गया और उनका उत्पीड़न किया गया।
महिलाओ के खिलाफ अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। दलित अल्पसंख्यको महिलाओं के खिलाफ तो अपराधों में और अधिक तेजी आई है। सरकार प्रशाषन ऐसी घटनाओं को रोकने की जगह घटनाओ में रोष व्यक्त कर रहे लोगो को रोकने में ज्यादा मुस्तेद रहती है।
ऐसी ही घटना बदायूं में घटी। यह घटना योगी सरकार व पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को उजागर कर देती है। अपराधियो को घृणित से घृणित अपराध करने की छूट है वह तो शासन प्रशासन से सांठगांठ करके बच निकल रहे है वही दूसरी ओर विरोध करने वालो को पुलिसिया दमन का शिकार होना पड़ रहा है।
पुलिस द्वारा की गई गरक़ानूरी गिरफ्तार के खिलाफ विरोध जताते हुए बरेली के विभिन्न संगठनों द्वारा मण्डल आयुक्त को ज्ञापन दिया गया जिसमें मांग की गई कि गिरफ्तार साथियो को तुरंत रिहा किया जाए।
ज्ञापन में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, इंकलाबी मजदूर केंद्र आदि संगठनों ने हिस्सेदारी की।