रामनगर: जंगली जानवरों से सुरक्षा, फर्जी मुकदमे वापस लेने के लिए एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

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रामनगर (नैनीताल)। संयुक्त संघर्ष समिति ने उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देकर जंगली जानवरों व बंदरों से सुरक्षा, सांवल्दे के ग्रामीणों पर कार्बेट प्रशासन द्वारा लगाए गए फर्जी मुकदमे वापस लिए जाने, जनता की सुरक्षा में लापरवाही करने वाले कॉर्बेट प्रशासन के खिलाफ मुकदमा कायम किए जाने व जंगली जानवरों के हमले में मृतकों के परिजनों को 25 लाख व घायल को 10 लाख मुआवजा व सरकारी खर्च पर इलाज कराने की मांग की।

धरने के दौरान पार्क प्रशासन और समिति के प्रतिनिधि मंडल के बीच उक्त मांगों के समाधान को लेकर वार्ता भी हुई। वार्ता के दौरान पार्क निदेशक साकेत बड़ौला ने जंगली जानवरों की समस्या की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि कॉर्बेट नेशनल पार्क क्षेत्र में धारण क्षमता से अधिक टाइगरों को भेजने हेतु हम देश के दूसरे टाइगर रिजर्व से संपर्क कर चुके हैं परंतु कोई भी कॉर्बेट पार्क से टाइगरों को लेने के लिए तैयार नहीं है, अब हमारे पास केवल एक ही विकल्प है कि हम इन अतिरिक्त टाइगर को राजाजी  पार्क भेज दे।

पार्क निदेशक ने कहा कि हम ग्रामीणों के साथ सामंजस्य के साथ कार्य करना चाहते हैं आप अपनी मांगे हमें एक बार पुनः लिखकर दीजिए, इसके लिए हम शासन स्तर से भी समस्या का समाधान निकालने हेतु प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों से कोई भी परेशानी होने पर आप तत्काल पार्क प्रशासन से संपर्क कीजिए, पार्क प्रशासन आपको हर समय मदद करने के लिए तैयार रहेगा। उन्होंने सांवल्दे के ग्रामीणों पर लगाए गए मुकदमों को लेकर भी समाधान निकालने का आश्वासन दिया।

धरना स्थल पर ग्रामीणों ने कहा कि हमारे ऊपर लगाए गए फर्जी मुकदमे तत्काल वापस लिए जाए। हमारे बीच के एक भी ग्रामीण को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई तो हम सभी ग्रामवासी जेल भरो आंदोलन चला कर उत्तराखंड की जेलें जनता से भर देंगे।

समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि कार्बेट पार्क में उसकी धारण क्षमता के मुकाबले चार गुना टाइगर है यदि दूसरे टाइगर रिजर्व यहां के टाइगर को लेने के लिए तैयार नहीं है तो उनकी बैलेंस हंटिंग करवा कर उनकी संख्या को सीमित किया जाए। इंसानों के जीवन की शर्त पर टाइगर का संरक्षण किसी भी शर्त पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

आंदोलन की अगली रणनीति के लिए 7 अप्रैल को सावल्दे पश्चिम गांव में बैठक आयोजित की जाएगी।

कार्यक्रम का संचालन तारा बेलवाल ने किया। महिला एकता मंच की ललिता रावत, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंवाल, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, वन अधिकार समिति, देवीचौड़ा, सुंदर खाल के अध्यक्ष प्रेम आर्य, भाकपा-माले के अमन, इंकलाबी मजदूर केंद्र के भूवन, कवि गिरीश बौड़ाई, भूवन आर्य आदि ने सभा को संबोधित किया।

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