राजस्थान: कोटा में नीट की तैयारी कर रहा एक और छात्र मृत पाया गया, आत्महत्या का अंदेशा

दिल्ली का रहने वाले एक छात्र का शव कोटा के बेंचमार्क इलाके में झाड़ियों में मिला. पुलिस ने बताया कि उनकी मौत ज़हर खाने से हुई है. कोटा में पिछले 48 घंटों में यह दूसरी और जनवरी से अब तक 13वीं आत्महत्या है.
नई दिल्ली: राजस्थान के कोटा में शुक्रवार (25 अप्रैल) को स्नातक मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहा एक 23 वर्षीय छात्र मृत पाया गया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली का रहने वाले रोशन शर्मा का शव कोटा के बेंचमार्क इलाके में झाड़ियों में मिला.
शुरुआती जांच के हवाले से पुलिस ने बताया कि 23 वर्षीय रोशन की मौत जहर खाने से हुई है. उन्होंने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, सिवाय एक मोबाइल फोन के, जिसके जरिये पुलिस ने उसके परिवार वालों को घटना की जानकारी दी.
रोशन नीट की तैयारी कर रहे थे और नया नोहरा इलाके में रहते थे. नीट की अगली परीक्षा 4 मई, 2025 को होनी है. कुन्हाड़ी थाने के एसएचओ अरविंद शर्मा ने बताया, ‘शव झाड़ियों में मिला. उनके परिवार को सूचना दे दी गई है और वे कोटा के लिए रवाना हो गए हैं. परिवार के अनुसार, लड़का नीट परीक्षा के कारण तनाव में था.’
अधिकारी ने बताया कि परिवार के सदस्यों के अनुसार शर्मा ने उनसे कहा था कि वह न तो नीट परीक्षा देगा और न ही दिल्ली लौटेगा तथा जहर खाकर अपनी जान दे देगा.

अगले महीने उन्हें नीट की परीक्षा देनी थी. पुलिस ने बताया कि दिल्ली से उसके माता-पिता के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा.
कोटा में पिछले 48 घंटों में यह दूसरी और जनवरी से अब तक 13वीं आत्महत्या है. इससे पहले मंगलवार को बिहार के 18 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. बता दें कि पिछले साल राजस्थान में कम से कम 23 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जिनमें से 20 कोटा में थे. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2023 में जिले में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 26 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जो 2015 के बाद से सबसे अधिक है.
पुलिस आंकड़ों के मुताबिक, कोटा में 2022 में 15, 2019 में 18, 2018 में 20, 2017 में 7, 2016 में 17 और 2015 में 18 छात्रों की मौत आत्महत्या से हुई है. 2020 और 2021 में छात्रों की आत्महत्या का कोई मामला सामने नहीं आया था, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण कोचिंग संस्थान बंद हो गए थे या ऑनलाइन मोड पर चल रहे थे.