राजस्थान: प्रदेश भर के 108 एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर; एंबुलेंस के चक्के जाम

संविदा कर्मियों को स्थाईकरण का लाभ मिल रहा है, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारी अल्प वेतन में काम कर रहे हैं इसलिए ठेका प्रथा समाप्त हो, संविदा कर्मी मानकर स्थाई किया जाए। -कर्मचारी संघ
दुर्घटनाओं में घायलों को आपातकालीन सेवा देने 108 एम्बुलेंस के पहिए आज थम चुके है। प्रदेश में एंबुलेंस कर्मचारी संघ के तत्वावधान विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मचारी आंदोलन की राह पकड़ ली है। संविदा रूल 2022 में शामिल करने की मांग को यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ के तत्वावधान यह आंदोलन प्रदेश भर में किया जा रहा है। इस दौरान लाडनूं क्षेत्र में भी 108 एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। आपातकालीन सेवाएं देने वाली एंबुलेंस के चक्के जाम हो चुके हैं। इस संबंध में प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जा रहा है। जिसमें सभी एंबुलेंस कर्मी शामिल हो रहे हैं। एंबुलेंस कर्मियों की मुख्य मांग ठेका प्रथा को समाप्त कर संविदा कर्मी मानकर स्थाई करने बाबत की है।
कर्मचारियों का कहना है कि संविदा पर काम करने वालों का स्थाईकरण का लाभ मिल रहा है, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारी आज भी अल्प वेतन में काम कर रहे हैं। राजस्थान प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरजाराम सारण के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
बता दें कि ठेका प्रथा बंद करने की मांग को लेकर आज से एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में अब सड़क दुर्घटना में घायलों को अस्पताल तक ले जाने के लिए बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।
दैनिक भास्कर से साभार