उग्र आंदोलन हुआ तो 14 लाख कर्मियों का परिवार होगा प्रभावित
पीडीडीयू नगर। ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन, आल इंडिया ट्रैक मेंटेनर यूनियन और पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस के सहयोग से रेलवे के निजीकरण के विरोध में विरोध सप्ताह की शुरूआत सोमवार को हुई। टीआरडी डिपो में मजदूरों रेलकर्मियों ने मीटिंग कर नजीकरण के विरोध में आवाज बुलंद की। चेतावनी दी कि यदि निजीकरण के प्रयास पर रोक नहीं लगी तो उग्र आंदोलन किया जाएग।
विरोध सप्ताह के पहले दिन टीआरडी डिपो में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन का संचालन करते हुए यूनियन के मंडल संयोजक संतोष गोंड ने कहा कि रेल का निजीकरण हतोत्साहित करने वाला फैसला है। इससे 14 लाख रेलकर्मियों के साथ उनका परिवार प्रभावित होगा। शाखा तीन के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि मान्यता प्राप्त यूनियन प्रशासन के साथ मिलकर निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। ऐसा लगता है कि उसका उद्देश्य कर्मचारी हित की जगह निजी हित सबसे ऊपर है। राम लछन ने कहा कि सभी रेलकर्मियों को निजीकरण से बचाव के लिए ईसीआरएमयू से हाथ मिलाकर आगे बढ़ना होगा, ताकि मजदूर यूनियन मजदूर विरोधी नीतियों का मजबूती से विरोध कर सके।
इसके पूर्व निजीकरण बंद करने, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, एलडीसीई ओपेन टू आल करने, कर्मचारियों के लिए 30 वर्ष सेवा अथवा 55 वर्ष की आयु में जबरन सेवानिवृत्ति को बंद करने, भत्तों के कटौती बंद करने, आवासों में मनमानी बिजली कटौती, बंद करने और आवासों की मरम्मत कराने की मांग की। इस मौके पर स्वामीनाथ यादव शिव कुमार सिंह, प्रवीण फौजी, कल्लू, राजकुमार, रमानंद, इरशाद, राकेश राना, उमेश कुमार, किशोर कुमार, परमेश्वर दयाल, अजीत मौर्य, घनश्याम राय, आरसी सिंह, राजू पासवान रहे। अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष जयप्रकाश ने की।
पीडीडीयू नगर। इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन ( आईआरईएफ) से संबद्ध इस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज युनियन के मंडल सचिव और आईआरईएफ के केंद्रीय कमिटी सदस्य संतोष कुमार पासवान ने रेलवे के चेयरमैन विनोद कुमार को सीईओ बनाने की आलोचना की। संतोष पासवान ने कहा रेलवे को कंपनी राज बनाने में मान्यता प्राप्त फेडरेशन के शीर्ष नेता शिवगोपाल मिश्र और ेडॉ. एम राघवैय्या जहां निजीकरण/ निगमीकरण कमिटी में मेंबर बन कर निजी लाभ में लगे हैं। यही कारण है कि रेलवे को कंपनी केे रूप में बनाकर उसका सीईओ बनाने की घोषणा होते हुए यूनियन के शीर्ष पदाधिकारी विनोद यादव को माला पहनाने पहंच जा रहे हैं। कहा कि ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज युनियन सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों और मान्यता प्राप्त फेडरेशन के दोगले चरित्र का विरोध और पर्दाफाश के लिए चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
अमर उजाला से साभार