“रेल बचाओ-देश बचाओ” : निजीकरण के खिलाफ रेलकर्मियों ने मनाया ‘चेतावनी दिवस’

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रेलकर्मियों ने भारत सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं रेलवे के निजीकरण/मुद्रीकरण अभियान के ख‍िलाफ जबर्दस्‍त नारेबाजी कर देशभर में ‘प्रचंड चेतावनी दिवस’ मनाया।

” किसी भी कीमत पर रेलवे की परिसम्पत्तियों को बिकने नही देंगे”

ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) के आह्वान पर आज बुधवार को देशभर में रेलकर्मियों ने केंद्र की मोदी सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं निजीकरण/मुद्रीकरण अभियान के ख‍िलाफ जबर्दस्‍त नारेबाजी कर ‘प्रचंड चेतावनी दिवस’ मनाया। साथ ही “रेल बचाओ-देश बचाओ” आंदोलन तेज करने का आह्वान किया।

एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मुद्रीकरण अभियान के तहत रेलवे के 1.52 लाख करोड़ रूपए की मूल्यवान परिसम्पत्तियों को बेचने की नीति के खिलाफ सरकार को चेताने के लिए यह प्रचंड चेतावनी दिवस मनाया गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे के हर जोन, डिवीजन में रैलियों, प्रर्दशनों एवं विरोध सभाओं में भारी संख्या में रेलकर्मियों ने हिस्सा लेकर यह साफ कर दिया है कि रेल बचाओ, देश बचाओ।

Rail operators showed red flag to the government

उत्तर रेलवे महाप्रबंधक मुख्यालय में भोजनावकाश में आयोजित एक प्रचंड विरोध सभा को संबोधित करते हुए शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि निजीकरण, निगमीकरण की नीति पर हमने जब दबाव बनाया तो सरकार ने अपनी नीति बदलकर रेलवे को मुद्रीकरण के सहारे बेचने का दूसरा तरीका निकाल लिया जिसे रेलकर्मी बर्दाश्त नही करेंगे। हम किसी भी कीमत पर रेलवे की परिसम्पत्तियों को बिकने नही देंगे।

रेलकर्मियों ने कहा कि मोदी सरकार ने मुद्रीकरण योजना के तहत रेलवे की 1 लाख 52 हजार करोड़ रुपए की संपत्तियों को बेचने की योजना तैयार की है। इसके अंतर्गत 90 पैसेंजर ट्रेन, 400 रेलवे स्टेशन, 15 रेलवे स्टेडियम, 256 गुड्स शेड, और असंख्य रेलवे कॉलोनियों, अस्पतालों, स्टेडियम आदि को बेचा जाएगा। रेल यूनियनें सरकार की इस साज‍िश का पुरजोर तरीके से विरोध करती हैं।

नेताओं ने कहा कि रेलवे के निजीकरण को सभी को मिलकर बचाना है। रेल आम आदमी का सस्ता और सुलभ साधन है, अगर रेल का निजीकरण होता है तो प्राइवेट कंपनियां मनचाहा दाम वसूल करेंगी। जिससे आम आदमी का रेल में सफर करना मुश्किल होगा। महंगाई और बढ़ेगी जिससे आम आदमी का जीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा।

रेलवे के 'निजीकरण' के खिलाफ लामबंद हुए रेलकर्मी, 'प्रचंड चेतावनी दिवस' मनाकर जताया विरोध

प्रदर्शन की कुछ झलकियाँ-

दिल्ली

राजधानी दिल्ली में इस अवसर पर नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के बैनर तले नई दिल्ली स्टेशन, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, सराय रोहिला, तुगलकाबाद के अलावा कई जगहों पर प्रदर्शन और सभा का आयोजन किया गया।

एनआरएमयू की दिल्ली सराय रोहिल्ला ब्रांच की ओर से कोच केयर सेंटर दिल्ली सराय रोहिल्ला स‍िक लाइन में गेट मीटिंग आयोज‍ित की गई। एनआरएमयू की तुगलकाबाद ब्रांच पर बीएलसीआरओएच वैगन केयर सेंटर तुगलकाबाद में भी रेलकर्मियों ने मुद्रीकरण अभियान के ख‍िलाफ ‘प्रचंड चेतावनी दिवस’ मनाया।

कर्मचार‍ियों ने भारत सरकार को चेतावनी देते हुये कहा क‍ि रेलवे का न‍िजीकरण क‍िसी भी हालत में नहीं होने द‍िया जाएगा। कर्मचार‍ियों ने आज सरकार को चेतावनी देने के ल‍िये ही ‘प्रचंड चेतावनी दिवस’ मनाया है। आगे अब कर्मचारी इसके ख‍िलाफ और तेजी से लड़ने के ल‍िये तैयार है।

https://mehnatkash.in/2021/09/07/nationwide-protest-against-privatization-by-railway-personnel-on-september-8-as-warning-day/

उत्तर प्रदेश

लखनऊ। केंद्र सरकार की मुद्रीकरण योजना के तहत रेलवे सहित कई राष्ट्रीय सपंत्तियों के निजीकरण की घोषणा के बाद बुधवार को रेलकर्मियों ने एक साथ कई यूनिटों पर प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आहवान पर नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन ने डीआरएम कार्यालय, चारबाग स्टेशन और सहायक अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

रेलवे को निजी हाथों में देने का एनसीआरएमयू ने किया विरोध

मथुरा। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आवाहन पर नोर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में बुधवार प्रचंड चेतावनी दिवस के रूप में मनाया। प्रदर्शन कर नारेबाजी की तथा विभिन्न समस्याओं का निस्तारण किए जाने की मांग की।

सुल्तानपुर। नारदर्न रेलवे मेन्स यूनियन की स्थानीय शाखा की ओर से बुधवार को केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रचंड विरोध दिवस मनाया गया। रेलकर्मियों ने निजीकरण का जमकर विरोध किया। 

अमरोहा। बुधवार को कर्मचारी गजरौला के रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हुए प्रदर्शन कर नारेबाजी की। 

जम्मू

नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे रेल कर्मियों ने केन्द्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के बैनर तले जम्मू में प्रदर्शन कर रहे रेल कर्मियों ने केन्द्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

मध्यप्रदेश

रेलवे के मौद्रीकरण (मोनीटाइजेशन) के खिलाफ एआईआरएफ व डबलूसीआरईयू ने आज बुधवार को विरोध प्रदर्शन आंदोलन का आगाज किया। इसके तहत पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलों कोटा, जबलपुर व भोपाल की सभी शाखाओं ने अपने-अपने मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया और भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।

कोटा। एआईआरएफ के आव्हान पर, भारत सरकार की रेलवे में मौद्रीकरण/निजीकरण नीति के विरोध में कोटा रेलवे स्टेशन के समक्ष वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन (डबलूसीआरईयू) द्वारा चेतावनी दिवस का आयोजन किया गया।

मौद्रीकरण/निजीकरण के राष्ट्रव्यापी चेतावनी दिवस आज कोटा मंडल के तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, हिण्डौन, गंगापुरसिटी, सवाईमाधोपुर, बांरा, बूंदी, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, शामगढ़ इत्यादि स्टेशनों पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा रेलकर्मचारियों ने मौद्रीकरण/निजीकरण के विरोध में नारेबाजी कर भारत सरकार को चेतावनी देने का काम किया. कोटा में रेलवे स्टेशन के समक्ष कोटा की समस्त शाखाओं कोटा लोको, कोटा इंजीनियरिंग, मंडल रेल प्रबंधक शाखा, ओपनलाईन शाखा, टीआरडी शाखा, कैरिज एण्ड वैगन, वैगन रिपेयर शॉप के हजारों रेलकर्मचारियों एवं यूनियन पदाधिकारी उपस्थित रहे।

जबलपुर। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) द्वारा चेतावनी दिवस का आयोजन किया, जो जबर्दस्त सफल रहा. इस मौके पर यूनियन नेताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि रेलवे की संपत्ति को किसी भी कीमत में निजी हाथों में नहीं जाने दिया जाएगा, चाहे इसके लिए कितने भी आंदोलन व बलिदान क्यों न देना पड़े।

झारखंड

झुमरीतिलैया। कोडरमा स्टेशन में बुधवार को एआइआरएफ के आह्वान पर ईस्ट सेंट्रल कर्मचारी यूनियन के बैनर तले चेतावनी दिवस मनाया गया। 

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