आईएमके व पछास कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले का विरोध; जगह-जगह प्रदर्शन व पुतला दहन

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23 जुलाई को मणिपुर की बर्बर घटना के विरोध कार्यक्रम के दौरान फरीदाबाद में इंकलाबी मजदूर केंद्र और परिवर्तनकामी छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला हुआ था।

फरीदाबाद में इंकलाबी मजदूर केंद्र और परिवर्तनकामी छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों में जुलूस-प्रदर्शन व पुतला दहन हुए और हमलावर आरएसएस-भाजपा के गुंडों की गिरफ़्तारी की माँग बुलंद हुई।

ज्ञात हो कि इंकलाबी मजदूर केंद्र और परिवर्तनकामी छात्र संगठन द्वारा जारी अभियान के दौरान 23 जुलाई को फरीदाबाद (हरियाणा) में आरएसएस-भाजपा के गुंडों ने लोहे की रोड और डंडों से कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किया। इस हमले में इंकलाबी मजदूर केंद्र के तीन कार्यकर्ता -नीतेश, दीपक और संतोष -गंभीर रूप से घायल हो गये थे।

हमले के बाद जब लोग नजदीक की गौंछी पुलिस चौकी पहुंचे तब पुलिस का व्यवहार भी आरएसएस-भाजपा के अनुषांगिक संगठन सरीखा ही रहा। भारी जनदबाव में पुलिस ने शिकायत तो दर्ज की लेकिन ताजा प्राप्त सूचना के अनुसार मुकदमा अभी तक भी दर्ज नहीं किया है और न ही किसी हमलावर को अभी तक गिरफ्तार किया है।

दरअसल इंकलाबी मजदूर केंद्र और परिवर्तनकामी छात्र संगठन द्वारा हिंदू फासीवाद के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 23 जुलाई को मणिपुर की बर्बर घटना के मद्देनज़र मुख्यत: मणिपुर पर ही केंद्रित अभियान चल रहा था और जगह-जगह नुक्कड़ सभायें करते हुये एक रैली निकाली जा रही थी। इसी दौरान गोछी, फरीदाबाद में कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले हुए।

विरोध प्रदर्शनों की झलक: गुंडा हमलावरों की गिरफ़्तारी की माँग

गुड़गांव। इस फ़ासीवादी हमले के विरोध में गुड़गांव में लघु सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन कर हरियाणा के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रेषित किया गया।

ज्ञापन में मांग की गई कि इस हमले में शामिल गुंडा तत्वों को तत्काल गिरफ्तार किया जाये और इन्हें बचाने की कोशिश कर रहे पुलिस अधिकारियों के साथ ही राज्य के माहौल को खराब कर रही आरएसएस-भाजपा जैसी हिंदू फासीवादी ताकतों पर सख्त कार्यवाही की जाये।

विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन की कार्यवाही में इंकलाबी मजदूर केंद्र, मजदूर सहयोग केंद्र, संयुक्त किसान मोर्चा (गुड़गांव), प्रगतिशील महिला एकता केंद्र एवं बेलसोनिका यूनियन से जुड़े लोगों ने भागीदारी की।

हरिद्वार में केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि ये घटना दिखाती है कि आरएसएस-भाजपा किस तरह का भारत बनाना चाहते हैं। इनकी विघटनकारी राजनीति ने मणिपुर को आग में झोंक दिया है। अब तक 150 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और पचास हजार से भी अधिक लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं।

अनेकों महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ है। कुकी जनजाति की तीन महिलाओं को सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र कर घुमाने और सामूहिक बलात्कार के वीभत्स कांड का पूरे देश में विरोध हो रहा है। देश ही नहीं विदेशों में भी मोदी सरकार की थू-थू हो रही है।

ऐसे में बौखलाई भाजपा और पूरी संघी मंडली अपने विरुद्ध उठ रही आवाजों को दबाने पर आमादा है। फरीदाबाद में इमके और पछास के कार्यकर्ताओं पर हुआ फासीवादी हमला इसी की तसदीक करता है।

पुतला दहन और सभा की कार्यवाही में इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, देवभूमि श्रमिक संगठन (हिंदुस्तान यूनिलीवर), एवरेडी मजदूर यूनियन, राजा बिस्कुट मजदूर यूनियन एवं संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा से जुड़े लोगों ने भागीदारी की।

काशीपुर में विरोध में हरियाणा सरकार का पुतला फूंका गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने संघी लम्पटों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

विरोध प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।

रामनगर में हरियाणा सरकार का पुतला फूंका गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि आज मणिपुर के जो हालात हैं वह आरएसएस-भाजपा की हिंदू फासीवादी परियोजना का ही परिणाम हैं। यदि इन्हें बढ़कर नहीं रोका गया तो ये पूरे देश में मणिपुर सरीखे हालात कायम कर देंगे।

विरोध प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र, समाजवादी लोक मंच, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, महिला एकता मंच और परिवर्तनकामी छात्र संगठन से जुड़े लोगों ने भागीदारी की।

रुद्रपुर में एक प्रतिरोध सभा की गई और संघी लम्पटों व केंद्र-हरियाणा सरकार के गठजोड़ का पुतला फूंका गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मणिपुर में सरकार खुद ही हिंसा प्रायोजित कर रही है इसीलिये करीब तीन महीने होने जा रहे हैं लेकिन तब भी हिंसा नहीं रुक रही है। मणिपुर में भाजपा के ही एक विधायक ने बयान जारी कर जारी हिंसा में राज्य सरकार की संलिप्तता को उजागर किया है।

विरोध प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र, मजदूर सहयोग केंद्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, भारतीय किसान यूनियन, सी एन जी टेम्पो यूनियन (रुद्रपुर), आम आदमी पार्टी, ऑटोलाइन एम्प्लोयीज़ यूनियन, इंट्रार्क मजदूर संगठन और यजाकि वर्कर्स यूनियन के साथियों ने भागीदारी की।

पंतनगर में गुंडा तत्वों और हरियाणा सरकार का पुतला दहन हुआ। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि आज भाजपाई सरकारें विरोध की आवाज़ को कुचलने के लिये गुंडे-लम्पटों को पाल-पोस रही हैं। विरोध प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र और ठेका मजदूर कल्याण समिति के साथियों ने भागीदारी की।

हल्द्वानी में इस घटना के विरोध में गुंडा तत्वों और हरियाणा सरकार का पुतला फूंका गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मणिपुर में आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया, इससे पहले मध्य प्रदेश में एक आदिवासी युवक पर पेशाब किया गया था। हम देख रहे हैं कि एक के बाद एक पूरे देश में दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं और जो कोई इनकी मुखालफत कर रहा है तो संघी गुंडा वाहिनियां उन पर जानलेवा हमले कर रही हैं।

पुतला दहन और सभा के उपरांत हरियाणा सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित हमलावर गुंडों पर तुरंत कानूनी कार्यवाही कर उन्हें जेल में डालने की मांग की गई।

विरोध प्रदर्शन में परिवर्तनकामी छात्र संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, भाकपा माले, उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।

बरेली में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया गया और जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन हरियाणा के मुख्यमंत्री को प्रेषित कर हमला करने वाले गुंडों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गई। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि आरएसएस-भाजपा की विघटनकारी राजनीति ने पूरे ही देश में बहुत भयावह हालात कायम कर दिये हैं।

बदायूं में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा जिलाधिकारी बदायूं के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को प्रेषित कर हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की गयी की गयी।

बलिया में क्रालोस व इमके सहित जनवादी संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय बलिया में धरना दिया गया व एक ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया भारत सरकार को दिया गया। इसके बाद नारे लगाते हुए जूलुस निकाला गया। और हमला करने वाले संघी लम्पटों की गिरफ्तारी की मांग की गयी।

कैथल। गोछी, फरीदाबाद में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे इंकलाबी मजदूर केंद्र और परिवर्तन कामी छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं पर भाजपा-आरएसएस के गुंडों द्वारा जानलेवा हमले का जन संघर्ष मंच हरियाणा ने कड़ा विरोध जताया।

जन संघर्ष मंच हरियाणा ने माँग की है कि आरएसएस और भाजपा के दोषी गुंडों को तुरन्त गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। हमले में घायल कार्यकर्ताओं को अच्छे हस्पताल में मुफ्त चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाए।