सजा मिलती है क़ानून मानने वाले मज़दूरों को। गैरक़ानूनी ठेका श्रमिक से उत्पादन कराने, पीएफ-बोनस का पैसा मरने वालों का क्या? …मारुति, डॉल्फिन, चाय बागान में क्या हो रहा है? आइए चित्र कथा से जानें…
‘संघर्षरत मेहनतकश’ पत्रिका, अंक-52, दिसंबर, 2024 में प्रकाशित