रेलवे के निजीकरण के विरोध में रेल कर्मियाँ का प्रदर्शन

रेल बचाओ, देश बचाओ कमेटियों का गठन
पीडीडीयू नगर। सरकार रेलवे के निजीकरण करना चाह रही है लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में कर्मचारी संगठन आवाज उठाते रहेंगे। ये बातें रेलवे कर्मचारी संगठनों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान कही। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन प्लांट डिपो शाखा की ओर से प्लांट डिपो कारखाना के मेन गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने भारतीय रेल के निजीकरण रोकने और अपरेंटिस कंप्लीट कर चुके युवाओं को समायोजित करने सहित अन्य मांगे उठाई। अध्यक्षता करते हुए शाखा अध्यक्ष एसपी सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली, रेलवे के निजीकरण पर रोक, अपरेंटिसों को रेल में समायोजन करने की मांग लंबे समय से की जा रही है। लार्जेस स्कीम, फ्रीज डीए को मुक्त कराने और नाइट ड्यूटी एलाउंस की बहाली सहित 76000 रेलवे स्टेशनों पर रेल बचाओ देश बचाओ समितियों का गठन कर देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। केंद्रीय संगठन मंत्री बीबी पासवान ने रेल कर्मचारियों से संघर्ष और आंदोलन तेज करने का आह्वान किया।
शाखा मंत्री सुल्तान अहमद ने कहा कि नया साल रेल कर्मचारियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है। इसीलिए अभी से कर्मचारियों को एक झंडे के नीचे एकजुट करना होगा। इस अवसर पर एके उपाध्याय, अशोक कुमार गुप्ता, रामजी यादव, केदारनाथ तिवारी, मोहन राम, दिनेश कुमार सिंह, बीबी सिंह, बृजमोहन लाल, अशोक कुमार, अरविंद कुमार रहे।
अमर उजाला से साभार