हल्द्वानी की शांत वादियाँ हिंसाग्रस्त: प्रशासन द्वारा धर्मिकस्थल ध्वस्तीकरण; छह की मौत, 300 से ज्यादा घायल

Haldwani_hinsa

सांप्रदायिक तनाव की घटना नहीं। कथित अतिक्रमण विरोधी अभियान, क़ानून व्यवस्था का मामला। हल्द्वानी शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू, इंटरनेट सेवा बंद। पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

हल्द्वानी (नैनीताल)। उत्तराखंड के कुमाऊँ के प्रवेश द्वार और नैनीताल जिले के प्रमुख शहर हल्द्वानी की फिजा बिल्कुल शांत रही है। चुनाव नजदीक आते ही अमनचैन वाला यह शहर हिंसा की आग में झोंक दिया गया। हर तरफ खौफ का माहौल, चिल्लाने और बचाने की आवाज़ें थीं। बृहस्पतिवार को अचानक हुए तांडव में छह लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हैं। आमजन से लेकर पुलिस व पत्रकार तक जख्मी है।

गौरतलब है कि यह घटना सांप्रदायिक तनाव का बिल्कुल ही नहीं था। विशुद्ध तौर पर कानून व्यवस्था का मामला है। बनभूलपुरा में कथित अवैध धार्मिक स्थल तोड़ने की घटना ने विस्फोटक रूप ले लिया। हलद्वानी शहरी क्षेत्र में हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। पैरा मिलेटरी फोर्स लगा दिया गया है। इंटरनेट सेवा बंद है।

क्या है मामला? 

बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार को अवैध मस्जिद और मदरसा तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। मगर इसका विरोध कर रहे लोगों ने पथराव कर दिया। मामला आगजनी और तोड़फोड़ तक पहुंच गया।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बनभूलपुरा में पुलिस कथित रूप से ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने का काम करवा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने आगज़नी शुरू कर दी और पत्थर फेंके।

खबर के अनुसार शाम 4 बजे पुलिस फोर्स के साये में नगर निगम की टीम अतिक्रमण ढहाने पहुंची। मदरसे और नमाज स्थल को जेसीबी से तोड़ने का काम शुरू ही हुआ था कि स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने जेसीबी और टीम को अंदर पहुंचाया। कार्रवाई शुरू होती तभी तीन ओर से स्थानीय लोग पहुंच गए और विरोध करने लगे।

लोगों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने मस्जिद और मदरसे को तोड़ने का विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी भी तोड़ दी। इससे करीब 15 मिनट तक काम रुका रहा। इस बीच दूसरे जिलों से और फोर्स बुला ली गई।

प्रदर्शनकारियों ने बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेरकर भारी पथराव किया। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया, ट्रांसफार्मर में भी आग लगा दी। पुलिस फोर्स की ओर से हवाई फायरिंग की गई है. हालात पर काबू पाने के लिए कई थानों की पुलिस बुलाई गई है।

बनभूलपुरा में धार्मिक स्थल को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान हुए बवाल से बाजार में भी अफरातफरी मच गई। हिंसा की सूचना के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने शुरू कर दिए थे। ताज चौराहे से लगे मीरा मार्ग, रेलवे बाजार, नया बाजार लाइन की दुकाने एकाएक बंद होने लगी। अंधेरा होने से पहले ही हल्द्वानी का बाजार लगभग बंद हो गया था।

हल्द्वानी पुलिस छावनी में तब्दील

हिंसा के बाद कुमाऊं के छह जिलों से भारी फोर्स मंगाई गई है। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र को आधी रात से छावनी बना दिया गया है। इधर, पुलिस ने देर रात से ही उपद्रवियों का चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। पैरामिलिट्री की तीन कंपनी ने मोर्चेबंदी कर ली है। शनिवार तक सेना भी पहुंच जाएगी।

हल्द्वानी नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मस्जिद और मदरसे के संचालकों को नोटिस भेजा था, नोटिस भेजने के बाद भी उन्होंने मस्जिद और मदरसे से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।