पंतनगर: हेंकेल मज़दूर क्यों हैं संघर्ष की राह पर?

माँगपत्र के विवाद के दौरान हेंकेल मज़दूर संघ पंतनगर के महामंत्री की अविधिक गेटबंदी और श्रमिकों के जारी शोषण के खिलाफ मज़दूरों का 8 अक्टूबर से हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरना जारी है।
पंतनगर (उत्तराखंड)। हेंकल एड़हेसिवस टेक्नोलॉजिस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल पंतनगर में प्रबंधन के बढ़ते दमन के बीच मज़दूर 8 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। 8 अप्रैल को कंपनी गेट पर जारी धरने को पुलिस ने दबाव देकर हटा दिया, तो 9 अक्टूबर से मज़दूर गाँधी पार्क रुद्रपुर में धरनारत हैं।
दरअसल कंपनी में यूनियन बनने के बाद से ही प्रबंधन का दमन जारी है। प्रबंधन एक-एककर कई मज़दूरों को निकाल रहा है। वर्तमान में यूनियन का माँगपत्र भी विवादित है। इस बीच कार्य के दौरान एक श्रमिक के हाथ की उँगलियाँ कटने की शिकायत उच्च प्रबंधन से कराने के कारण प्रतिशोधवश स्थानीय प्रबंधन ने यूनियन के महामंत्री कमल पांडे का फर्जी आरोप में गेट बंद कर दिया।
नए संघर्ष की शुरुआत तबसे और तेज हो गई। संरक्षित कर्मकार होने के बावजूद प्रबंधन की इस मनमानी से मज़दूरों में रोष बढ़ता गया और पूर्व नोटिस के तहत मज़दूर हड़ताल पर हैं। इस दौरान श्रम भवन में वार्ताएं भी जारी हैं। लेकिन श्रम अधिकारी प्रबंधन द्वारा संरक्षित कर्मकार के मसले पर कोई कार्रवाई कराने की जगह संरधन वार्ता के दौरान हड़ताल करने को मुद्दा बना रहे हैं।
हेंकेल मज़दूर संघ पंतनगर उत्तराखंड संबद्धता भारतीय मजदूर संघ ने बताया कि 15 अक्टूबर को एएलसी महोदया के समक्ष वार्ता हुई, जो बेनतिज रही। जिसके बाद सायं 5:00 बजे स्थानीय विधायक शिव अरोरा के समक्ष उनके कार्यालय में अपनी समस्याओं को लेकर यूनियन प्रतिनिधियों ने बात की और ज्ञापन दिया। विधायक ने जल्द ही इस पर समाधान करने का आश्वासन दिया।
यूनियन के मुताबिक शोषण की कहानी
1. बहुराष्ट्रीय कंपनी हेंकेल इंडिया के प्रबंधन द्वारा 2019 से जबसे हमने यूनियन का गठन किया तब से निरंतर श्रमिकों का शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रबंधन द्वारा अनेक प्रकार से श्रमिकों को आरोपित कर नौकरी से बाहर कर दिया जा रहा है।
2. इस बीच नए वेतन समझौते के लिए यूनियन ने प्रबंधन को अपना माँगपत्र दिया। इसके समाधान की जगह प्रबंधन ने उत्पीड़न व दमन और तेज कर दिया।
3. अगस्त 2024 को हमारे संगठन के महामन्त्री को उच्च प्रबंधन को सुरक्षा मानकों की अनदेखी की शिकायत कराने पर प्रतिशोधवश बिना पूर्व नोटिस और स्पष्टीकरण मांगे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका अविधिक गेट बंद दिया गया, जबकि वे संरक्षित कर्मकार हैं।
4. अप्रैल 2024 में एक श्रमिक श्री अश्वनी कृषाली की मशीन में कार्य करने के दौरान हाथ की तीन अंगुलियां कट गयी और मैनेजमेंट द्वारा उनके इलाज में लापरवाही की गयी जिससे श्रमिक की अंगुलियां नहीं जुड़ पायी। उसको मुआवजा तक नहीं दिया गया और ना ही नौकरी की सुरक्षा की गारंटी दी गयी।
5. सन् 2023 में एक श्रमिक को पारिवारिक परेशानियों के चलते छुट्टियां लेने पर बर्खास्त कर दिया।
6. सितंबर 2022 में एक श्रमिक को कथित रूप से मशीन में मटेरियल फंसने के कारण बर्खास्त कर दिया गया, जबकि वे संरक्षित कर्मकार थे और नियमतः श्रम अधिकारी से अनुमति भी नहीं लिया।
7. मेनेजमेंट द्वारा कोरोना काल में एक श्रमिक को कोरोना पॉजिटिव होने के दौरान ड्यूटी आने पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया, जबकि प्रोडक्शन मैनेजर भी दुबारा कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ड्यूटी आते रहे और आजतक उनपर कोई कार्यवाही नहीं की गयी और वे शान से अभी तक नौकरी कर रहे हैं।
यूनियन की मांगें-
● निलंबित और बर्खास्त श्रमिकों की कार्यबहाली हो;
● झूठे आरोप पत्र देना बंद हो;
● जनवरी 2024 से लंबित मांगपत्र का आम सहमति से समाधान हो;
● ड्यूटी के दौरान घायल श्रमिक को जॉब गारंटी दी जाए और उचित मुआवजा दिया जाय;
● प्रतिष्ठान में एक अच्छा व्यवसायिक माहौल बने!
धरना स्थल पर हेंकेल मज़दूर संघ के अध्यक्ष संजय प्रकाश, महामंत्री कमल पांडेय, उपाध्यक्ष जगदीश गोस्वामी, कोषाध्यक्ष अश्विनी कृषाली, संगठन मंत्री अमित कुमार, उपमंत्री शेखर परगाई, पूर्व अध्यक्ष घनश्याम साना सहित समस्त सदस्य उपस्थिति हो रहे हैं।
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