पंतनगर: नील मेटल (JBM) में 3.5 साल के लिए ₹11350 का वेतन समझौता; मज़दूरों की हुई कार्यबहाली

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पंतनगर। जेबीएम ग्रुप के नील मेटल प्रोडक्ट्स लिमिटेड में एक साल लंबे संघर्ष के बाद संगठन के मांगपत्र पर साढे तीन साल के लिए ₹11350 सकल मासिक वेतन वृद्धि का समझौता संपन्न हो गया। साथ ही इस विवाद के दौरान निलंबित सभी चार श्रमिकों की कार्यबहाली हुई है।

आज 12 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश था, लेकिन डीएलसी महोदय ने ‘विशेष सक्रियता’ दिखलाई और श्रम भवन खुलवाकर समझौते पर हस्ताक्षर किया। जबकि कार्य दिवस पर भी श्रम विभाग मज़दूरों की सुनवाई करने में हिलाहवाली करता है। 12 नवंबर की जो वार्ताएं निर्धारित थीं, उन्हें भी अवकाश होने पर आगे बढ़ा दी गईं।

डॉल्फिन मज़दूरों के आमरण अनशन के 23 दिन हो गए, महिला अनशनकारियों की अस्पताल में स्थिति नाजुक है, लेकिन डीएलसी की ‘सामान्य सक्रियत’ भी नहीं दिखती। वे अपने ही आदेश का पालन नहीं करवा पाते। यह है हालात!

14 माह संघर्ष के बाद समझौता

नील मेटल कामगार संगठन (सीटू) ने प्रबंधन को 05/09/2023 को मांगपत्र दिया था। मज़दूरों का संघर्ष 14 माह चला। इस दौरान प्रबंधन ने चार मज़दूरों की गैर कानूनी गेटबंदी कर दी, निलंबित किया और उन पर बर्खास्तगी का दबाव बना दिया।

प्रबंधन ने चार अन्य मज़दूरों को अविधिक रूप से राज्य से बाहर स्थानांतरित कर दिया था। हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद प्रबंधन उनकी कार्यबहाली करने की जगह घर बैठाकर वेतन देता रहा।

इस दौरान कई दौर की द्विपक्षीय व त्रिपक्षीय वार्ताएं हुईं। एएलसी महोदय ने मांगपत्र विवाद को डीएलसी को अग्रेसित करने की जगह श्रम न्यायालय संदर्भित करने की संस्तुति कर दी थी। लेकिन यूनियन द्वारा श्रमायुक्त, उत्तराखंड को पत्र देने के बाद विवाद डीएलसी महोदय को अग्रेसित हुआ।

इन हालात में अंततः 6 नवंबर को चारों निलंबित श्रमिक साथियों शैलेंद्र कुमार, राजेश कुमार, वीरेश कुमार और ब्रह्मानंद की कार्यबहाली सहित समझौता सम्पन्न हुआ, जिसपर आज डीएलसी के. के. गुप्ता के हस्ताक्षर हुए। हालांकि अवकाश के कारण कल, 13 नवंबर को प्रपत्र दाखिल होंगे।

समझौते के मुख्य बिंदु-

  • समझौता अवधि 01/10/2023 से 31/03/2027 तक;
  • 3.5 वर्ष के लिए मासिक वेतन वृद्धि ₹11350/;
  • प्रथम वर्ष ₹2400/, द्वितीय वर्ष ₹2550/, तृतीय वर्ष ₹2650/ व अंतिम छः माह के लिए ₹3750/ मासिक वृद्धि होगी;
  • चार निलंबित साथियों की माफीनामा के साथ काम वापसी;
  • मेडिक्लेम बढ़ाकर दो लाख रुपए प्रति सदस्य किया गया;
  • अग्रिम वेतन लेने की राशि बढ़ाकर 1 लाख 65 हजार रुपए हुआ;
  • उपस्थिति भत्ता ₹500 से बढ़ाकर ₹800 होगा;
  • रात्रि पाली भत्ता ₹100/ से बढ़ाकर ₹150/ किया गया;
  • बोनस भुगतान बोनस एक्ट 1965 और 2016 के अनुसार देय होगा;
  • मृतक आश्रित को 10 लाख का मुआवजा दिया जाएगा;
  • दिवाली उपहार प्रति वर्ष 2024, 2025 और 2026 में ₹1750/, ₹1900/, और ₹2150/ का मिलेगा;
  • यह भी सहमति बनी कि अगला समझौता वार्ता समझौता अवधि समाप्ति के 6 माह पूर्व प्रारंभ होगी।

समझौते पर प्रबंधक पक्ष से एचआर हेड (कॉर्पोरेट) पी एस खुराना, ऑपरेशंस हेड (कॉर्पोरेट) राजीव चौधरी, प्लांट हेड प्रमोद कुमार यादव, एचआर हेड आलोक कुमार सिंह व एचआर अजित विक्रम सिंह ने जबकि यूनियन की ओर से संगठन अध्यक्ष विवेक कुमार पांडेय, महामंत्री पवन कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा, उप महामंत्री अमित कुमार व जग मोहन, उपाध्यक्ष संतोष कुमार व अश्विनी कुमार ने हस्ताक्षर किये।

पूरे संघर्ष और इस समझौते पर सीएसटीयू (मज़दूर सहयोग केन्द्र) ने जेबीएम के सभी संघर्षशील साथियों को बधाई दी है।

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