पंतनगर: एडिएंट इंडिया में चार वर्ष के लिए ₹12000 का समझौता, निलंबित श्रमिक की हुई कार्यबहाली

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19 माह का लंबा संघर्ष। ग्रास में वेतन वृद्धि के साथ कुछ अन्य सुविधाएं बढ़ी हैं। समझौता अप्रैल 2022 से मार्च 2026 तक के लिए है। निलंबित श्रमिक ने कार्यग्रहण कर लिया।

पंतनगर (उत्तराखंड)। टाटा की वेंडर कंपनी एडिएंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल, पंतनगर, उधम सिंह नगर में 19 माह के लंबे संघर्ष के बाद 4 वर्ष का वेतन समझौता संपन्न हो गया। आंदोलन के दौरान निलंबित श्रमिक दीपक चंद्र पंत की कार्यबहाली हुई है और 16 अक्टूबर से पूर्व की भांति उन्होंने कार्यग्रहण कर लिया है।

स्थाई श्रमिकों के लिए सम्पन्न समझौता 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2026 तक 4 साल के लिए है, जिसके तहत ग्रास में ₹12000 की वेतन वृद्धि हुई है। प्रथम वर्ष 40%, दूसरे साल 30% और तीसरे वह चौथे साल क्रमशः 15-15% की वृद्धि होगी। समस्त श्रमिकों को पिछले 18 महीने का एरिया नवंबर माह के वेतन के साथ एक मुश्त प्राप्त होगा। इसी के साथ कुछ सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है।

19 माह का संघर्ष

उल्लेखनीय है कि एडिएंट कर्मकार यूनियन द्वारा नए वेतन समझौते के लिए दिनांक 07/02/2022 को प्रबंधन के समक्ष अपना मांगपत्र प्रस्तुत किया गया था। लेकिन प्रबंधन माँगपत्र को उलझाए रखा। कोई समाधान न निकालने से यह विवाद सहायक श्रमायुक्त, उधम सिंह नगर के समक्ष चला गया और आईआर वार्ता जारी रहा। लेकिन प्रबंधन की हठधर्मिता के कारण समझौता नहीं हो सका।

इस दौरान यूनियन ने लगातार धैर्य का परिचय दिया। अंततः यूनियन ने प्रबंधन को सूचना देकर 24/07/23 से शांतिपूर्ण विरोध कार्यक्रम व सत्याग्रह शुरू किया। यूनियन ने हड़ताल की भी नोटिस दी, लेकिन शांतिपूर्ण समाधान के दृष्टिगत हड़ताल की तिथि आगे बढ़ाती रही।

दूसरी तरफ प्रबंधन प्रतिशोधपूर्ण कार्रवाइयों को आगे बढ़ाने लगा। उसने यूनियन अध्यक्ष और मंत्री को व्यक्तिगत टारगेट भी बनाया। प्रबंधन ने यूनियन सदस्य श्रमिक दीपक चंद्र पंत को फर्जी व मनगढ़ंत आरोप लगाकर दिनांक 01/09/2023 को निलंबित करके गेट बंद कर दिया था।

लगातार विकट स्थितियों के बावजूद यूनियन नेताओं और मज़दूरों ने संयम बनाए रखा, लगातार विरोध कार्यक्रमों को जारी रखते हुए प्रबंधन पर दबाव बनाया। अंततः 29 सितंबर को सहायक श्रमयुक्त महोदय के समक्ष आम सहमति बनी। कुछ एक बिंदुओं पर सहमति बाद में प्लांट स्तर पर बनी। 16 अक्टूबर से दीपक चंद्र पंत की कार्यबहाली भी हो गई।

समझौते के मुख्य बिन्दु-

सम्मानजनक वेतन वृद्धि व कुछ सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के साथ निलंबित श्रमिक दीपक चंद्र पंत की कार्यबहाली की सहमति के साथ समझौता सम्पन्न हो गया। समझौता 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2026 तक के लिए है। समझौते के मुख्य बिन्दु निम्नवत हैं-

वेतन वृद्धि-

★ 4 साल के लिए ग्रास में ₹12000 की एक समान मासिक वेतन वृद्धि होगी;

★ प्रथम वर्ष 40% (₹4800), दूसरे साल 30% (₹3600) और तीसरे व चौथे साल क्रमशः 15-15% (₹1800-₹18000) की वृद्धि होगी;

★ वेतन वृद्धि का 20 फीसदी बेसिक में समायोजित होगा;

★ पिछले 18 महीने का एरिया नवंबर माह में वेतन के साथ एक मुश्त समस्त श्रमिकों को प्राप्त होगा।

अन्य सुविधाओं में वृद्धि-

★ सेलरी एडवांस 3 बेसिक से बढ़ाकर 5 बेसिक की हुई है, जो पहले 6 महीने में चुकाना होता था अब 1 साल में चुकाना होगा।

★ परिवहन सुविधा बढ़ी है।

★ मौखिक रूप से यूनियन कार्य के लिए यूनियन पदाधिकारियों को ऑफिशियल गेट पास और यूनियन की मीटिंग के लिए ऑफिस और यूनियन के डॉक्यूमेंट रखने के लिए अलमारी देनी की सहमति बनी है।

इस समझौते पर प्रबंधन पक्ष से प्लांट मैनेजर श्री नरेश यादव, फाइनेंस हेड श्री अंशु मित्तल, एच आर श्री चंद्रवीर सिंह, क्वालिटी से श्री विनय रॉय तथा यूनियन पक्ष से, अध्यक्ष गंगा सिंह, महामंत्री पवन कुमार, उपाध्यक्ष राम सिंह बोहरा, कोषाध्यक्ष योगेंद्र सिंह, संयुक्त मंत्री देवकी नंदन शर्मा, संगठन मंत्री किशन सिंह, प्रचार मंत्री देवव्रत सरकार, कार्यकारिणी सदस्य प्रेम सिंह और प्रमोद चंद्र पुनेठा ने हस्ताक्षर किए हैं।

समझौते और श्रमिक की कार्यबहाली के बाद मज़दूरों में खुशी का माहौल है।

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