आमरण अनशनकारी डॉल्फिन महिलाओं की प्राणरक्षा हेतु रुद्रपुर में पदयात्रा; हरिद्वार में प्रदर्शन

रुद्रपुर कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन; एडीएम के आश्वासन व 19 नवंबर वार्ता की तिथि निर्धारित होने के मज़दूरों फिर दिया मौका। हरिद्वार श्रमभवन पर साझा प्रदर्शन व मुख्यमंत्री को ज्ञापन।
रुद्रपुर (उत्तराखंड)। आमरण अनशन पर बैठी 4 डॉल्फिन की महिला मज़दूरों की प्राणरक्षा के लिए शनिवार, 16 नवंबर को पदयात्रा निकालकर डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। जोरदार दबाव के बाद अपरजिलाधिकारी ने त्वरित समाधान के आश्वासन के साथ 19 नवंबर को प्रशासन की मध्यस्थता में बैठक की तिथि निर्धारित की।
दूसरी ओर डॉल्फिन कंपनी के मजदूर आंदोलन के समर्थन में हरिद्वार में संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा द्वारा रोशनाबाद डीएलसी कार्यालय पर धरना दिया गया उसके बाद डीएलसी को समाधान करने के लिए ज्ञापन दिया गया।
रुद्रपुर में पदयात्रा और प्रदर्शन
पूर्व सूचना के तहत 16 नवंबर को विभिन्न सामाजिक संगठनों, राजनैतिक दलों, ट्रेड यूनियनों, डॉल्फिन मजदूर संगठन के नेतृत्व में डॉल्फिन कंपनी के सैकड़ों मजदूर गाँधी पार्क रुद्रपुर से कलेक्ट्रेट तक पदयात्रा निकालते हुए पहुंचे। वहां पर जिलाधिकारी अनुपस्थित थे। उनके स्थान पर तहसीलदार रुद्रपुर ज्ञापन लेने को पहुँचें। किन्तु मजदूरों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया।
कहा कि वो जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से ही ज्ञापन प्रेषित करेंगे। साथ ही जिलाधिकारी महोदय के साथ में बातचीत करके संतुष्ट होने के पश्चात् ही वापस जायेंगे। तांकि अनशनकारी महिलाओं को संतोषजनक जवाब देकर उन्हें अनशन तोड़ने को तैयार कर सकें।
सर्वसम्मति से निर्णय लेकर घोषणा हुई कि ज़ब तक 27 दिनों से आमरण अनशन पर बैठी 4 महिलाओं का अनशन नहीं टूट जाता है तब तक सभी लोग जिलाधिकारी कार्यालय के सामने (विकास भवन गेट के निकट) की सड़क पर ही सामूहिक उपवास करके बैठे रहेंगे।

करीब 5 घंटे तक सभी लोग वहां बैठे रहे। इसके पश्चात् अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा वार्ता बुलाई गईं। जिसमें डॉल्फिन मजदूर प्रतिनिधियों के साथ ही किच्छा क्षेत्र के विधायक तिलक राज बेहड़, आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल ठुकराल, श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर सचिव शिवदेव सिंह, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश भट्ट शामिल थे।
इस दौरान तत्काल 19 नवम्बर 2024 को अपरजिलाधिकारी प्रशासन की मध्यस्थता में निर्धारित वार्ता का नोटिस दिया गया। और आश्वासन दिया गया कि उस दिन मामले को सुलझा लिया जायेगा। इसके पश्चात् सभी लोगों ने विचार विमर्श करके सर्वसम्मती से कलेक्ट्रेट रुद्रपुर में सामूहिक अनशन के कार्यक्रम को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।
इस दौरान हुईं सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि डॉल्फिन कम्पनी सिडकुल पंतनगर (उत्तराखंड) में कार्यरत 4 स्थाई महिला मजदूर कम्पनी में बुनियादी श्रम कानूनों को लागू कराने की मांग को लेकर विगत 27 दिनों से आमरण अनशन पर बैठकर न्याय की गुहार लगा रहीं हैं। न्यूनतम वेतन और बोनस देने की मांग कर रहीं हैं। स्थाई मजदूरों को ठेके के तहत अस्थाई नौकरी में नियोजित करके उनका भविष्य बर्बाद करने के अन्याय पर रोक लगाने और सैकड़ों स्थाई मजदूरों को आरोप पत्र, कारण बताओ नोटिस दिए बिना, सेवासमाप्ति अथवा अवैध गेटबंदी को खुलवाकर कार्यबहाली कराने की मांग कर रहीं हैं। जो कि पूर्णतः न्यायसंगत और बहुत ही साधारण मांग है।
उपस्थित लोगों ने कहा कि यदि उक्त जायज और कानूनी मांगों को लेकर अनशनकारी महिलाओं के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो यह उत्तराखंड राज्य और भारत देश पर लगा ऐसा बदनुमा दाग होगा जो कभी नहीं मिट पायेगा। ऐसा अनर्थ ना हो इसके लिए शासन प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप करते हुए समझौता कराके अनशन तुड़वाकर उक्त महिलाओं की प्राणरक्षा करनी चाहिए।
कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के किच्छा क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़, आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल सिंह ठुकराल, इंटक के जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह, श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता और CNG टैम्पू यूनियन के अध्यक्ष सुब्रत कुमार विश्वास, इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान मोहम्मद, ऑटोलाइन इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री प्रकाश मेहरा, इंटरार्क मजदूर संगठन के बीरेंद्र कुमार, अजय कटियार, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश भट्ट, ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर के सचिव अभिलाख सिंह, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के शैलेस कुमार, सीआई इंडिया श्रमिक संगठन के दीपक कुमार, पारले मज़दूर संघ के अध्यक्ष प्रमोद तिवारी, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर सचिव शिवदेव सिंह, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के दिनेश चंद्र, डॉल्फिन मजदूर संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार: डीएलसी कार्यालय में धरना एवं प्रदर्शन
16 नवंबर को हरिद्वार में संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा द्वारा रोशनाबाद डीएलसी कार्यालय पर डॉल्फिन मजदूरों के आंदोलन को समर्थन देते हुए पहले धरना दिया गया उसके बाद डीएलसी हरिद्वार के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड को ज्ञापन प्रेषित किया गया।

धरने को संबोधित करते हुए मोर्चे के संयोजक एवं फूड्स श्रमिक यूनियन itc के अध्यक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार है परन्तु विगत 27 दिनों से आमरण अनशन पर बैठी डॉल्फिन महिला मज़दूरों के लिए रुद्रपुर के जिम्मेदार एडीएम पंकज उपाध्याय कहते है कि अगर मजदूर मर भी जाएंगे तो कोई फरक नहीं पड़ता, देश में जनसंख्या बहुत है। राज्य के नौकरशाह तानाशाह शासकों की शह पर ही इतनी घटिया बात कर सकते है। हम इसकी घोर निंदा करते हैं।
देवभूमि श्रमिक संगठन hul के महामंत्री दिनेश कुमार ने कहा कि डॉल्फिन मजदूरों की हालत, अंग्रेजों के शासन की याद दिला देती हैं। क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन बीएचईएल के उपाध्यक्ष सतवीर सिंह ने कहा कि डॉल्फिन की अनाशनरत महिलाओं का संकल्प है कि कम्पनी में श्रम कानूनों का पालन हो व मजदूरों को गैरकानूनी तरीके से नौकरी से निकलना बंद करे।
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की सचिव दीपा ने कहा कि यदि आमरण अनशनकारी महिलाओं के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार रहेगा। एवरेस्ट इंडस्ट्रीज मजदूर यूनियन लकेश्वरी भगवानपुर के काबूल सिंह ने कहा कि यदि कंपनियों में बुनियादी श्रम कानूनों का पालन करवाने के लिए महिला मजदूरो को आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा हो तो यह बेहद चिंता की बात है।
एवरेडी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष अमित सिंह चौहान ने कहा कि यदि अनशनकारी महिला मजदूरों के साथ किसी तरह की अप्रिय घटना घटित होती है तो यह सभ्य समाज पर बड़ा धब्बा होगी। इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज कुमार ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री (श्रम मंत्री) को तत्काल रुद्रपुर के डॉल्फिन कम्पनी प्रबंधन को श्रम कानूनों का पालन करने हेतु बाध्य करना चाहिए एवम मजदूरों की न्यायसंगत मांगों को पूरा कर आमरण अनशनकारी महिला मजदूरों की प्राण रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए।
धरने के बाद जमकर नारेबाजी की गई और डी एल सी हरिद्वार के मार्फत मुख्यमंत्री उत्तराखंड को ज्ञापन सौंपा गया।
धरने में फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के देवेंद्र सिंह, मदन सिंह, देव भूमि श्रमिक संगठन hul के जितेंद्र कुमार, एवरेस्ट इंडस्टरीज मजदूर यूनियन लकेश्वरी भगवानपुर से अजब सिंह, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र से बसंती एवं सोनम, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन bhel से ब्रजराज, कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो से बलवंत सिंह, एवरेडी मजदूर यूनियन से संजीव कुमार, चंद्रशेखर उप्रेती, सतीश चंद्र, गढ़कोटी ,देवेंद्र तोमर अमर सिंह, चरण सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
माँग-
- डॉल्फिन कम्पनी, सिडकुल पंतनगर के सभी मजदूरों की तत्काल स्थाई नियुक्ति की जाए।
- डॉल्फिन कम्पनी, सिडकुल पंतनगर के सभी प्लांटों में श्रम कानूनों का पालन सुनिश्चित करवाया जाए।
- श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रहे डॉल्फिन कम्पनी मालिक व प्रबंधन पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।