पैसे वालों के लिये बहार, गरीबों की स्थिति दिन दूनी रात चौगुनी खराब

IFTUS_Patna

बढ़ती महंगाई व गिरती मजदूरी के खिलाफ पटना में अभियान

आसमान छूती महंगाई, मालामाल होते पूंजीपति व धन्नासेठ तथा गिरती मजदूरी (वास्तविक और नॉमिनल दोनो) से मेहनतकश जनता के जीवन में गहराते जीवन-जीविका के संकट के मद्देनजर मज़दूरी वृद्धि को लेकर लड़ाई की तैयारी के आह्वान के साथ इस हफ्ते से पटना के भिन्न चौकों, बस्तियों व इलाकों में अभियान जारी है।

अभियान इफ्टू (सर्वहारा), बिहार से सम्बद्ध निर्माण मजदूर संघर्ष यूनियन व महिला कामगार संघर्ष यूनियन द्वारा चलाया जा रहा है।

यूनियनों ने बताया कि कोरोना के दूसरे दौर में हमारे लगभग सभी नेतृत्वकारी साथियों के संक्रमण का शिकार हो जाने से जमीनी गतिविधियों में एक विराम आया था लेकिन पिछले हफ्तों से सभी साथियों ने वापस जनता के बीच मोर्चा संभाल लिया है।

कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना के दूसरे दौर में हमने देखा कि एक बार फिर से पैसे वालों के लिये बहार है, वहीं गरीबों की स्थिति दिन दूनी रात चौगुनी खराब होती जा रही है। रोजगार नहीं, भोजन पानी का जुगाड़ नहीं, निशुल्क इलाज़ की कोई सरकारी सुविधा नहीं और अब महंगाई की अब तक की सबसे बड़ी मार अलग से।

लोग गुस्से में हैं, लेकिन उनके गुस्से को संगठित रूप से क्रांति की चिंगारी में बदलना फिर भी कठिन है। सांगठनिक बिखराव इसका एक बड़ा कारण हैं। सत्ता के लिए टकराव पूरा का पूरा पूंजीपति वर्ग के ही खेमों के बीच में सीमित है और दोनों मिलकर मेहनतकशों के हितों व अधिकारों पर हमला किये जा रहे हैं।

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