50 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा‘निसर्ग’तूफान

महाराष्ट्र के समुद्र तटीय इलाकों से 120 किलोमीटर की रफ्तार
चक्रवाती तूफान निसर्ग बुधवार दोपहर महाराष्ट्र के समुद्र तटीय इलाकों से 120 किलोमीटर की रफ्तार से तूफान तटीय इलाकों से टकराया। लेकिन इसकी रफ्तार देर रात धीमी पड़ गई। अब यह 50 किलोमीटर की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मुंंबई से सौ किलोमीटर दूर अलीबाग में इसका ज्यादा असर और नुकसान रहा। रायगढ जिले के अलीबाग के उमटे गांव में 58 साल के एक व्यक्ति के सिर पर बिजली का खंभा गिरने से उसकी मौत हो गई। जबकि पुणे में दीवार गिरने से दो की मौत हो गई। मुंबई के साथ ही ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों में फसलों को नुकसान पहुंचा है।तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के तट से टकरा गया। मौसम विभाग के मुताबित कुछ ही देर में यह तूफान कमजोर पड़ने लगेगा। चक्रवात निसर्ग महाराष्ट्र के रायगढ़ और अलीबाग को पार करने के बाद अब यह नासिक की ओर बढ़ रहा है। सात बजे तक रद्द की गई मुंबई की उड़ाने एक बार फिर से शुरू कर दी गई हैं।
महाराष्ट्र के रायगढ़ में एक शख्स की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि तेज हवा के चलते इस शख्स पर ट्रांसफार्मर गिर पड़ा जिसके चलते 58 वर्षीय एक शख्स की मौत हो गई। वहीं, पुणे में चक्रवात निसर्ग के चलते दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। खेड़ तहसील की रहने वाली 65 वर्षीय मंजाबाई के ऊपर दीवार गिरने से मौत हो गई, वहीं मोकड़वाड़ी के 52 वर्षीय प्रकाश मोकर अपने घर पर लगी टिन शेड उड़ने से बचा रहे थे इस दौरान वह जख्मी हो गए जिसके चलते बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इससे पहले राज्य में तूफान निसर्ग के चलते कई इलाकों में तेज हवाएं चली और बारिश हुई। अलीबाग में कई जगह पेड़ उखड़ गए। एनडीआरएफ दल के कर्मचारियों ने यहां बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मुंबई में हो रही तेज़ बारिश और आंधी के चलते नरीमन प्वाइंट और कालाचौकी इलाके में पेड़ जड़ से उखड़ गए हैं और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।।तूफान निसर्ग का सबसे ज्यादा असर रायगढ़, सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिले में देखने को मिला। तेज हवाओं ने कई जगहों पर तबाही मचाई है, जगह जगह पेड़ उखड़े हैं और बिजली सप्लाई पर भी इसका असर पड़ा है। चक्रवाती तूफान निसर्ग के कारण महाराष्ट्र में रत्नागिरि के तट के पास फंसे हुए एक पोत से बुधवार को कम से कम दस नाविकों को बचा कर निकाला गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्वार भाटे और भारी बारिश के कारण पोत मिरकवाड़ा के तट के पास चला गया था जहां से नाविकों को सुरक्षित बचा लिया गया।
पणजी महापौर उदय मडिक्कर ने कहा कि बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लॉकडाउन के दौरान भी मानसून पूर्व काम जारी था। उन्होंने कहा कि हम आज स्थिति का आकलन करेंगे। बाढ़ का पानी निकालने के लिए हमारे कर्मचारी तैनात है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में कम दबाब के के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के प्रबल होने की आशंका है जो बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा।
जनसत्ता से साभार