कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का राष्ट्रव्यापी गुस्सा सड़कों पर फूटा

पंजाब में रेल जाम के साथ विभिन्न संगठनों द्वारा रोष प्रदर्शन
मोदी सरकार के किसान विरोधी कानून के खिलाफ 25 सितम्बर ‘भारत बंद’ का पूरे देश में असर रहा। किसानों का राष्ट्रव्यापी गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, ओडिशा, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, उत्तराखंड व अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर राजमार्ग बंद रखे व विरोध सभाएं कीं। दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल प्रदर्शन हुआ।
पंजाब
‘पंजाब बंद’ के आह्वान के तहत लुधियाना के विभिन्न जनसंगठनों द्वारा रोष प्रदर्शन
लुधियाना। आज पंजाब बंद के आह्वान के तहत लुधियाना के विभिन्न जनसंगठनों ने डीसी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन करके मोदी हुकूमत के नए कृषि, श्रम व बिजली कानूनों को तुरंत रद्द करने की माँग की। संगठनों ने प्रधान मंत्री मोदी का पुतला भी फूँका। इलाके में पैदल मार्च भी हुआ।

संगठनों ने रेलवे, बिजली समेत अन्य सरकारी संस्थानों के निजीकरण, नई शिक्षा नीति, जनवादी अधिकारों को कुचलने, जनवादी अधिकार कार्यकार्ताओं/बुद्धिजीवियों के दमन व हुक्मरानों की अन्य जनद्रोही नीतियों के खिलाफ़ भी सख्त रोष व्यक्त किया। डीसी लुधियाना के जरिए भारत सरकार को माँगपत्र भेजा गया।

जनसंगठनों का कहना है कि नए कृषि, श्रम और बिजली कानून भले ही जनकल्याण के नाम पर लाए गए हैं लेकिन वास्तव में ये घोर जनविरोधी कानून हैं जो देशी-विदेशी पूँजीपतियों के फायदे के लिए लाए जा रहे हैं। संगठनों ने इन कानूनों को मज़दूरों, मुलाजिमों, गरीब किसानों व समाज के अन्य मेहनतकश तबकों के खिलाफ और राज्यों/राष्ट्रीयताओं की खुदमुख्तियारी पर हमला करार देते हुए इन्हें तुरंत रद्द करने की माँग की है।
प्रदर्शन को टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन के राजविंदर सिंह, मोल्डर एंड स्टील वर्कर्ज यूनियन हरजिंदर सिंह, इंकलाबी मज़दूर केंद्र के सुरिंदर सिंह, नौजवान भारत सभा की बिन्नी, पलस मंच के कस्तूरी लाल, इंकलाबी नौजवान विद्यार्थी मंच के हरशा सिंह, तर्कशील सोसाइटी के दलबीर कटाणी, जमहूरी अधिकार सभा के प्रो. जगमोहन सिंह, कारखाना मज़दूर यूनियन के लखविंदर, लोक एकता संगठन गल्लर चौहान, डेमोक्रेटिक टीचर्ज़ फ्रंट दलजीत सिंह, डेमोक्रेटिक लॉयर्स ऐसोसिएशन के कुलदीप सिंह, म्यून्सिपल कर्मचारी वेल्फेयर कर्मचारी संघ के दीपक हांस, डॉ. अंबेडकर एकता मिशन के विक्रांत सिद्धु, मेडीकल प्रेक्टीशनर एसोसिएशन सुरजीत सिंह, नेपाली एकता समाज भारत के महेंद्र धमारे, पंजाब रोडवेज इंप्लाइज यूनियन (आज़ाद) अमरजीत सिंह आदि ने संबोधित किया।

इससे पहले पंजाब में तीन दिवसीय रेल रोको अभियान की गुरुवार से शुरुआत हो गई है। किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हुए हैं और बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

हरियाणा
किसानों ने रोहतक के चारों तरफ हाईवे पर जाम लगा दिया। रोहतक-हिसार हाईवे पर भैनी महाराजपुर, रोहतक-पानीपत हाईवे पर ब्रह्मणवास के समीप, रोहतक- जींद हाईवे पर टीटोली गांव के पास और रोहतक- भिवानी हाईवे पर भाली आनंदपुर शुगर मिल के पास किसानों ने रोड जाम कर दी।

उत्तर प्रदेश
अब तक पंजाब और हरियाणा की तुलना में शांत रहा उत्तर प्रदेश आज पूरी तरह से विरोध के मूड़ में दिखा। उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों, कस्बों और गावों में किसान विरोध रैली निकाल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी, सीतापुर तथा रायबरेली के अलावा पश्चिमी यूपी में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान कई जगहों पर पराली जलाई गई है। कई जगह पर सड़क जाम करने का प्रयास भी किया गया है।

ग़ाज़ियाबाद और नोएडा की सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को पुलिस ने रोक दिया है। भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने सड़क जाम कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए उन्हें तितर-बितर किया। लोगों को आने-जाने के लिए मुख्य रास्ते को पुलिस ने डायवर्ट कर दिया है। अधिकांश बाज़ार और व्यावसायिक संस्थान आज बंद रहे। गाजियाबाद-नोएडा के बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर सील कर दिया है ताकि किसान दिल्ली में न घुस सकें।
बनारस के कमालपुरा इलाके में बुनकर भी सड़कों पर उतरे।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में नेशनल साउथ इंडियन रिवर इंटरलिंकिंग फार्मर्स एसोसिएशन के किसानों ने त्रिची कलेक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। यहां किसान मानव खोपड़ियां, जंजीरे और नर कंकाल हाथों में लिए नजर आए।
बिहार

पटना में आरजेडी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया. राजधानी पटना में किसान कार्यकर्ताओं ने बुद्धा स्मृति पार्क से डाकबंगला चैराहा तक मार्च किया और फिर चैराहे को जाम कर सभा आयोजित की गई। किसान बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान आरजेडी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई है. बीजेपी मुख्यालय के सामने ये झड़प हुई है।
गया में कृषि बिल को लेकर विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन हुआ।
उत्तराखंड
उत्तराखंड के हरिद्वार तथा उधमसिंह नगर जिलों सहित अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किए। हरिद्वार जिले के मंगलौर में तो उधम सिंह नागर के रुद्रपुर में किसानों ने हुंकार भरी।

कर्नाटक
कर्नाटक में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) और दलित संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने आज पहले शिवमोगा में कृषि क्षेत्र से संबंधित हाल ही में पारित बिलों के विरोध में शिवमोगा-दावणगेरे राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया।

पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में वाम दलों से जुड़े किसान संगठनों के सदस्यों ने कृषि विधेयकों को वापस लेने की मांग लेकर शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान विरोध प्रदर्शन किया।

उड़ीसा
भुवनेश्वर में टीयूसीआई सहित विभिन्न संगठनों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।
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