मुंबई: ईडी कार्यालय में 10 घंटे तक लगी रही आग, हाई-प्रोफाइल मामलों के जांच रिकॉर्ड नष्ट होने की आशंका

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मुंबई स्थित ईडी के जोन-1 कार्यालय में रविवार (27 अप्रैल) को 10 घंटे तक आग लगी रही. आग से कार्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर, कंप्यूटर और दस्तावेजों को गंभीर नुकसान होने की आशंका है. आग में फ़रार कारोबारियों और राजनेताओं से जुड़े मामलों के दस्तावेज़ प्रभावित हो सकते हैं.

नई दिल्ली: मुंबई में रविवार (27 अप्रैल) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक कार्यालय में 10 घंटे से अधिक समय तक आग लगी रही. इस घटना में कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच रिकॉर्ड नष्ट होने की आशंका है, जिनमें फरार व्यवसायी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, और राजनेता छगन भुजबल और अनिल देशमुख के मामले शामिल हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक़, यह आग दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट में स्थित ईडी के जोन-1 कार्यालय में लगी थी.जोन-1 कार्यालय केसर-ई-हिंद नामक धरोहर भवन की चौथी मंजिल और पहली मंजिल के एक हिस्से में स्थित है. आग चौथी मंजिल के कार्यालय में ही सीमित रही, जहां एजेंसी के अतिरिक्त निदेशक का कार्यालय है. दोनों मंजिलें देर रात के समय बंद थीं.

कितना नुक़सान हुआ?

आगजनी से कार्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर, कंप्यूटर और दस्तावेज़ों को गंभीर नुक़सान होने की आशंका है. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. फिजिकल और डिजिटल, दोनों तरह के रिकॉर्ड कार्यालय में थे. अंग्रेजी अख़बार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चूंकि अधिकांश दस्तावेज़ डिजिटल रूप में थे, एजेंसी उन्हें पुनः प्राप्त कर सकती है. अभी इस बात की स्पष्टता नहीं है कि क्या चल रही जांच पर असर पड़ेगा. हालांकि, कार्यालय में बयान देने के लिए बुलाए गए गवाहों की पूछताछ पर असर पड़ेगा.

आगे बुझने में क्यों हुई कठिनाई?

फायर ब्रिगेड के अनुसार, आग सुबह करीब 2:30 बजे इमारत में लगी. उस समय केवल कैंटीन स्टाफ और सुरक्षा कर्मी इमारत में मौजूद थे. किसी को भी चोट नहीं आई. फायर ब्रिगेड ने कहा कि आग मुख्य रूप से जांच एजेंसी के लकड़ी के फर्नीचर और अन्य कार्यालय इंफ्रास्ट्रक्चर तक ही सीमित रही. फायरफाइटिंग ऑपरेशन्स को उस फर्नीचर के कारण कठिनाई हुई जिन्हें रास्तों पर बालकनी में लगाया गया था.

आग को पहले लेवल-1 (कम गंभीर) घोषित किया गया, लेकिन सुबह 4:20 बजे तक यह लेवल-3 (गंभीर) तक पहुंच गया क्योंकि फायर ब्रिगेड कर्मी इसके स्रोत का पता नहीं लगा पा रहे थे. एक अधिकारी के मुताबिक़, ‘हम भारी धुएं और गर्मी के कारण परिसर में प्रवेश नहीं कर सके. इसके अलावा, यह इमारत पुरानी है, जिसमें केवल एक सीढ़ी है. बड़ी संख्या में कागज/दस्तावेज़ और लकड़ी के फर्नीचर ने आग को बढ़ाया.’ आग को आखिरकार दोपहर तक बुझा लिया गया.

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