बिजली निजीकारण के विरोध में आंदोलन तेज, 3 को हड़ताल

26_01_2021-bijlijbp01

बिजली संगठनों ने की तैयारी तेज

जबलपुर। मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एंप्लाइज एवं इंजीनियर्स के तत्वावधान में रामपुर कार्यालय में क्षेत्रीय सम्मेलन हुआ। जिसमें मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम द्वारा निजीकरण एवं अन्य मुद्दों पर जन जागरण किया गया। आयोजन में यूनाइटेड फोरम के संयोजक व्हीकेएस परिहार ने कहा कि विद्युत वितरण कंपनियों का निजीकरण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अधिकारी-कर्मचारी मध्यप्रदेश में केंद्र शासन द्वारा जारी किए जाने वाले स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट को लागू नहीं होने देंगे। उनके अनुसार विद्युत क्षेत्र में निजी करण ना तो कर्मचारियों के हित में है न ही उपभोक्ताओं को लाभ होगा। शासन द्वारा जो स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट का ड्राफ्ट जारी किया गया है उसके मुताबिक विद्युत वितरण कंपनी की जमीन को एक रुपए की लीज पर प्राइवेट कंपनी को दे दिया जाएगा। इस डॉक्यूमेंट में विद्युत क्षेत्र में कार्यरत लाखों कर्मचारियों के भविष्य के बारे में भी कुछ साफ नहीं बताया गया है।

यूनाइटेड फोरम के आगामी कार्यक्रम के बारे में चर्चा करते हुए व्ही केएस परिहार ने बताया की आगामी 7 फरवरी को भोपाल में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है जिसमें विद्युत क्षेत्र से जुड़े समस्त कर्मिकों से उपस्थिति का आव्हान किया गया है। इसके साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिकल एम्पलाइज एंड इंजीनियर्स के द्वारा 3 फरवरी 2021 को कार्य बहिष्कार के आह्वाहन को मध्यप्रदेश में पुरजोर समर्थन दिया गया है। प्रदर्शन करने वालों में मुख्य अभियंता आर के स्थापक फोरम के कंपनी संयोजक संजय भगवतकर, सुनील कुरेले, एस के पचौरी दिनेश दुबे आदि उपस्थित थे।

कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी: बिजली कर्मियों और अधिकारियों ने निजीकरण के विरोध में आयोजित सम्मेलन का लाइव टेलीकास्ट भी किया। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रसारण किया गया।

नईदुनिया से साभार

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