मुरादाबाद: श्रम प्रवर्तन अधिकारी 50 हज़ार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

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आरोपी लेबर इंस्पेक्टर सुभाष भारती एक पेट्रोल पंप संचालक से शिकायतों का निस्तारण करने के लिए रिश्वत मांग रहा था। बिजलेंस टीम ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में केस दर्ज किया है…

विजिलेंस टीम ने मंगलवार को मुरादाबाद के श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुभाष भारती को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. ख़बरों के मुताबिक पेट्रोल पंप के निरीक्षण में मिली कमियों को दूर करने और पेट्रोल पंप बंद करने की धमकी दे रहे श्रम प्रवर्तन अधिकारी मुरादाबाद निवासी सुभाष भारती को 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए बरेली से आई विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी पेट्रोल पंप संचालक से शिकायतों का निस्तारण करने के लिए रिश्वत मांग रहा था. टीम उसको बरेली लेकर चली गई जहाँ उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में केस दर्ज किया गया है.

सुभाष भारती श्रम प्रवर्तन अधिकारी मुरादाबाद के पद पर तैनात हैं. शिकायतकर्ता ने अपना नाम पता गोपनीय रखते हुए बरेली विजिलेंस से शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि उसका एनएच-24 मूढ़ापांडे मुरादाबाद में रिलायंस पी मोबिलिटी लिमिटेड के नाम से पेट्रोल पंप है. सुभाष भारती ने पेट्रोल पंप का निरीक्षण किया था.

निरीक्षण रिपोर्ट में भारती ने कुछ कमियां बताते हुए सर्वेक्षण में निरीक्षण का एक कागजात तैयार किया था. जिसकी एक प्रतिलिपि शिकायतकर्ता को भी दी गई थी. आरोप है कि निरीक्षण रिपोर्ट में लगाए गए आपत्तियों का निस्तारण करने के बदले में सुभाष भारती ने 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की.

जिसके बाद भारती ने कहा की ” पैसे देने पर पेट्रोल पंप के निरीक्षण रिपोर्ट को खारिज कर दूंगा नहीं तो निरीक्षण रिपोर्ट को ऑनलाइन कर दूंगा”. इस पर शिकायतकर्ता 50 हजार रुपये देने के लिए राजी हो गया. अधिक परेशान करने पर शिकायतकर्ता ने पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली से की.जिस पर टीम ने मंगलवार को आरोपी सुभाष भारती को नकदी लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

विजिलेंस एएसपी अरविंद कुमार यादव ने बताया कि “मूंढापांडे थाना क्षेत्र में दिल्ली हाईवे पर स्थित रिलायंस वीपी मोबिलिटी लिमिटेड नाम से पेट्रोल पंप है. यहां श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुभाष भारती ने शिकायत मिलने पर पेट्रोप पंप का निरीक्षण किया था. इसमें कई खामियां पाए जाने पर रिपोर्ट बनाकर आपत्तियां लगा दी गई थी. इन आपत्तियां का निस्तारण करने के लिए पेट्रोल पंप संचालक से 50 हजार की रिश्वत मांगी गई थी”.

वर्कर्स यूनिटी से साभार