दुनिया में दाम घटते गए, भारत में होता रहा इजाफा
लॉकडाउन के बाद से पेट्रोल और डीजल पर बढ़े टैक्स से मोदी सरकार को 2.25 लाख करोड़ रुपये की मोटी कमाई होने का अनुमान है। यह स्थिति तब है, जबकि दुनिया भर में क्रूड ऑयल की कीमतें ऐतिहासिक गिरावट के दौर में हैं। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस के मुताबिक सरकार और तेल कंपनियों को हर दिन बढ़े हुए टैक्स से 730 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई हो रही है। इसी रकम को सालाना तौर पर जोड़कर देखा जाए तो यह 2.25 लाख करोड़ रुपये हो जाती है। जानकारों के मुताबिक बीते वित्त वर्ष में केंद्र और राज्य सरकारों को पेट्रोलियम सेक्टर से कुल 5.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।
अर्थव्यवस्था के जानकारों का कहना है कि इससे सरकार को कोरोना संकट से निपटने में मदद मिलेगी। इस दौर में सरकार को टैक्स से मिलने वाली आय में कमी आई है और दूसरी तरफ गरीबों के लिए राहतों के ऐलान से खर्च में इजाफा हुआ है। ऐसी स्थिति में सरकार बजट संतुलन बनाने के लिए पेट्रोलियम से मिलने वाले इस अतिरिक्त कर का इस्तेमाल कर सकती है। मई में ही केंद्र सरकार ने डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 13 रुपये और पेट्रोल पर 10 रुपये का इजाफा किया था। इस बढ़ोतरी के साथ ही भारत पेट्रोलियम पर सबसे ज्यादा 69 पर्सेंट टैक्स लेने वाला देश बन गया है। यही नहीं मोदी सरकार ने रोड सेस भी 8 रुपये प्रति लीटर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर बढ़ाया है।
एक तरफ केंद्र सरकार ने इजाफा किया है तो दूसरी तरफ राज्य सरकारों ने भी वैट में इजाफा करके कोरोना संकट से निपटने की काट ढूंढ ली है। दिल्ली, आंध्र प्रदेश, असम औ पश्चिम बंगाल सरकारों का कहना है कि कोरोना से निपटने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के दौरान उनके राजस्व में 90 फीसदी तक की कमी आई है। ऐसे में राज्यों ने भी टैक्स में कमी की भरपाई के लिए पेट्रोल और डीजल पर ड्यूटी बढ़ाकर अपना खजाना भरने की कोशिश की है।
दाम घटते गए, टैक्स बढ़ता गया: पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में किस तरह से इजाफा हुआ है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि दिसंबर, 2019 में कच्चे तेल की कीमत 65.5 अरब डॉलर प्रति बैरल थी और अप्रैल में यह घटकर 19.9 अरब डॉलर प्रति बैरल हो गई। लेकिन असल में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई अंतर नहीं देखने को मिला। इसकी बजाय 7 जून के बाद से तो उलटे कीमतें बढ़ने लगीं। फिलहाल सरकार पेट्रोल पर 32.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है, जबकि डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 31.83 रुपये वसूली जा रही है।
सूर्य प्रकाश
जनसत्ता ऑनलाइन