दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा अधिकारी कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी

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संघ की मांग है कि सभी ग्राम रोजगार सहायकों का ग्रेड पे निर्धारित हो एवं सभी मनरेगा कर्मचारियों का शासन से समिति गठन के आधार पर जल्द से जल्द नियमितीकरण की जाए।

बालोद। जिला मुख्यालय स्थित नया बस स्टैंड बालोद में चार अप्रैल 2022 से मनरेगा अधिकारी कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ हुआ है। जिसमें मनरेगा कर्मचारियों द्वारा दो सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है।

मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार देवांगन ने नईदुनिया से चर्चा करते हुए कहा कि हमारी प्रथम मांग सभी ग्राम रोजगार सहायकों का ग्रेड पे निर्धारित करना एवं सभी मनरेगा कर्मचारियों का नियमितीकरण करना है। वहीं 6 मई 2022 को छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा मनरेगा कर्मियों के 2 सूत्री मांगों के संबंध में विचार करने के लिए राज्य शासन द्वारा समिति का गठन किया गया। पूर्व में भी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा तीन समिति का गठन किया गया था किंतु अभी तक पूर्व में गठित समिति के द्वारा नियमितीकरण के संबंध में कुछ भी निर्णय प्राप्त नहीं हुआ। शासन से समिति गठन के आधार पर जल्द से जल्द नियमितीकरण की जाए ताकि हम सभी कार्य में उपस्थित होकर अधिक से अधिक लेबर नियोजित कर सकेंगे तथा मनरेगा कार्य का संचालन करेंगे। मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार देवांगन ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा चुनाव में किए गए वादा को पूरा नहीं करने पर धरना स्थल पर वर्तमान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है।

मनरेगा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पंचायतों का कार्य पूरी तरह ठप पड़ चुका है। इस दौरान मनरेगा विभाग के कार्यक्रम अधिकारी कर्मचारी संघ के सदस्य योगेश देवांगन, ओम प्रकास साहू, केके नायक, देवेंद्र साहू, धर्मेंद्र साहू, कुलेश्वर पटेल, खिलावन साहू, परमेश्वर सहित सभी पंचायत के रोजगार सहायक धरना स्थल पर उपस्थित थे। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बारी को जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंचाने वाले अधिकारी कर्मचारी व रोजगार सहायक विगत 16 साल से संविदा में कार्यरत है। जिनको नियमित करने का वादा सरकार बनने से पहले किया गया था, परंतु आज तीन साल से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी सरकार कोई सुध नहीं ले रही है। उनकी मांग है कि चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए, नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण कर समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जाए।

नईदुनिया से साभार

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